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थोकडा संग्रह।
दृष्टान्त
परम कल्याण के ४० बोल गुण
सूत्र की साक्षी १ समकित परम कल्याण श्रेणिक महाराज ठाणांग सूत्र निर्मल पालने से होवे २नियाणा रहित , तामली तापस भगवती ।
तपश्चर्या से ३ तीन योग निश्चल , गजसुकुमाल मुनि, अंतगढ ,
करने से ४ समभाव सहित , अर्जुन माली , "
क्षमा करने से ५ पांच महाव्रत निर्मल , गौतम स्वामी भगवती ,
पालने से ६ प्रमाद छोड़ अप्र- , शैलग राजर्षि ज्ञाता ,
मादी होने से ७ इन्द्रिय दमन करने से, हरकेशी मुनि ८ मित्रों में माया मल्लिनाथ प्रभु ज्ञाता , __ कपट न करने से , ह धर्म चर्चा करने से , केशी गौतम उ.ध्ययन, १० सत्य धर्म पर श्रद्धा, वरुण नाग नतुये का.भगवती, करने से
मित्र ११ जीवों पर करुणा, मेघ कुमार(हाथी के)ज्ञाता , करने से
भव में
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