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थोकडा संग्रह |
( ३४= )
वीर्य, दृष्टि २ - समकित दृष्टि व मिथ्यात्व दृष्टि, अभव्य १ दण्डक, २४ पक्ष १ कृष्ण । शरीर द्वार के ५ भेद
१ श्रदारिक में भाव ५, आत्मा ८, लब्धि ५, वीर्य ३, दृष्टि ३, भव्य, अभव्य २, दण्डक २०, पक्ष २ | २ वैक्रिय में भाव ५, आत्मा ८, लब्धि ५, वीर्य ३, दृष्टि ३, भव्य अभव्य २, दंडक २७ ( १३ देवता का, १ नारकी का १, मनुष्य का, १ तिर्यच का व १ वायु का एवं १७ ) पक्ष २ |
३ आहारिक में भाव ५, आत्मा ८, लब्धि ५, वीर्य १, पंडित वीर्य, दृष्टि १ समकित दृष्टि, भव्य १, दंडक १, पक्ष १ शुक्ल ।
४ तेजस व ५ कार्मण में भाव ५, आत्मा ८, लब्धि ५, वीर्य ३, दृष्टि ३, भव्य भव्य २, दंडक २४, पक्ष २ ।
गुण स्थानक द्वार ।
१ मिथ्यात्व गुण स्थानक में भाव ३ ( उदय, क्षयोपशम, परिमाणिक ), श्रात्मा ६ ( ज्ञान चारित्र छोड़ कर ) लब्धि ५, वीर्य १ बाल वीर्य, दृष्टि १ मिथ्यात्व दृष्टि, भव्य भव्य दो, दंडक २४, पक्ष दो ।
२ सास्वादान समदृष्टि गुण स्थानक में भाव ३ ऊपर अनुसार, आत्मा ७ ( चारित्र छोड़ कर ), लब्धि ५,
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