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( ३३६)
थोकडा संग्रह।
लब्धि ५, वीर्य १ बाल वीर्य, दृष्टि ३, भव्य अभव्य २, दण्डक १३ देवता का, पक्ष २ ।
७ देवाङ्गना में-भाव ५, आत्मा ७, लब्धि ५, वीर्य १ बाल वीर्य, दृष्टि ३, भव्य अभव्य २ दण्डक १३ देवता के, पक्ष २ ।।
सिद्ध गति में भाव २ क्षायक, परिणामिक आत्मा ४, द्रव्य, ज्ञान, दर्शन व उपयोग, लब्धि नहीं वीर्य नहीं, वीय नहीं, दृष्टि १ समकित दृष्टि, भव्य अभव्य नहीं दण्डक नहीं, पक्ष नहीं।
३ इन्द्रिय द्वार के ७ भेद १ सहन्द्रिय में भाव ५, प्रात्मा ८, लब्धि ५ वीय ३, दृष्टि ३, भव्य अभव्य २, दण्डक २४ पक्ष २। . २ एकेन्द्रिय में--भाव ३.-उदय, क्षयोपशम परिणामिक आत्मा ६ (ज्ञान चारित्र छोड़कर ) लब्धि ५, वीर्य १ बाल वीर्य, दृष्ट १ मिथ्यात्व दृष्टि,भव्य अभव्य२, दण्डक ५, पक्ष २
३ बेइन्द्रिय में-भाव ३ ऊार अनुसार प्रात्मा ७ (चारित्र छोड़कर ) लब्धि ५, वीर्य १ ऊपर प्रमाणे, दृष्टि २-समकित दृष्टि व मिथ्यात्व दृष्टि, भव्य अभव्य २, दण्डक १ अपना २ पक्ष २.
४. त्रिइन्द्रिय में भाव ३, प्रात्मा ७, लब्धि ५,
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