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bullocks-two each made of gems. They are clean unique and very beautiful. Similarly their row is made and before them are men and women, in sexual activities.
In front of the festoons, there are Padmalatas two each and Shyamlatas of many types. All these creepers are laden with flowers. They are gemmed and grand.
In the front part of the festoons, there are two Swastiks each. They are fully made of gems and are dirtless.
(४) तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो - दो चंदणकलसा पत्रत्ता, ते णं चंदणकलसा
वरकमलपट्ठाणा तव ।
सिणं तोरणाणं पुरओ भिंगारा पन्नत्ता, ते णं भिंगारा वरकमलपइट्ठाणा जाव महया मत्तगयमुहागितिसमाणा पत्रत्ता समणाउसो ।
तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो-दो आयंसा पत्रत्ता, तेसि णं आयंसाणं इमेयारूवे वन्नावासे पन्नत्ते, तं जहा - तवणिज्जया पगंठगा, अंकमया मंडला, अणुग्घसितनिम्मलाए छायाए समणुबद्धा, चंदमंडलपडिणिकासा, महया महया अद्धकायसमाणा पन्त्रत्ता समणाउसो ।
तेसि णं तोरणाणं पुरओ दो-दो वइरनाभथाला पन्नत्ता, अच्छतिच्छडियसालितंदुल हसं - दिट्ठपडिपुन्ना इव चिट्ठति सव्वजंबूणयमया जाव पडिरूवा महया महया रहचक्कवालसमाणा पत्रत्ता समणाउसो ।
(४) उन तोरणों के आगे दो-दो चन्दनकलश हैं। ये चन्दनकलश श्रेष्ठ कमलों पर स्थापित हैं, इत्यादि वर्णन पूर्ववत् समझ लेना चाहिए।
हे आयुष्मन् श्रमणो ! उन तोरणों के आगे दो-दो भृंगार (झारी) हैं। ये भृंगार भी उत्तम कमलों पर रखे हुए हैं यावत् मत्त गजराज की मुखाकृति के समान विशाल आकार वाले हैं।
हे
उन तोरणों के आगे दो-दो आदर्श-दर्पण रखे हैं। इन दर्पणों का वर्णन इस प्रकार हैआयुष्मन् श्रमणो ! इनकी पादपीठ सोने की है, प्रतिबिम्ब मण्डल अंक रत्न के हैं और अनघसे होने ( घिसे नहीं जाने) पर भी ये दर्पण अपनी स्वाभाविक निर्मल प्रभा से युक्त हैं। चन्द्रमण्डल सरीखे ये निर्मल दर्पण ऊँचाई में कायार्ध (आधे शरीर) जितने बड़े-बड़े हैं।
रायपसेणियसूत्र
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Rai-paseniya Sutra
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