________________
| चित्र परिचय-६ ।
Mlustration No.6
सूर्याभदेव का अभिषेक महोत्सव सूर्याभ विमानवासी देवो ने अपने अधिपति सूर्याभदेव के अभिषेक महोत्सव के लिए मागध, प्रभास आदि तीर्थो व गगा, सिन्धु आदि नदियो का जल तथा मिट्टी ली, अनेक प्रकार के सुगन्धित कमल-पुष्प आदि लिये। अभिषेक योग्य विविध प्रकार की सामग्री लेकर देव-देवियाँ, सूर्याभ विमान मे सिहासन पर स्थित सूर्याभदेव के पास आये। झिरमिर-झिरमिर सुगन्धित गधोदक की वर्षा की। पचरगे फूलो से मॉडना मॉडे। जलाभिषेक कर अभिषेक किया। चार प्रकार के बाजे बजाये। तरह-तरह के नृत्य किये। कई देव शख बजाते है, कई फूल वर्षाते है, कई हर्ष मे उछलते है, कई अनेक प्रकार के उपहार भेट करते है। इस प्रकार अत्यन्त उत्साहपूर्वक सूर्याभदेव का अभिषेक महोत्सव मनाते है।.
-सूत्र १९२, पृष्ठ १९७-२०३
CORONATION CEREMONY OF SURYABH DEV
The gods of the Suryabh Viman collected water and sand from various pilgrimage centers and rivers like Magadh, Prabhas, the Ganges and Indus, and also a variety of fragrant flowers like lotus Taking a variety of things required for anointing, the gods and goddesses approached Suryabh Dev sitting on the throne in the Suryabh Viman They sprinkled perfumed water, decorated the floor with multi-coloured flowers and anointed him by pouring water They played four kinds of musical instruments and performed a variety of dances Some gods blew conch-shells, some showered flowers, some jumped with joy and some presented a variety of gifts. Thus they conducted the coronation ceremony of Suryabh Dev with great enthusiasm
-Sutra 192, p 197-203
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org