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णं वयरामएसु सिक्कगेसु किण्हसुत्तसिक्कगवच्छिया णीलसुत्तसिक्कगवच्छिया, लोहियसुत्तसिक्कगवच्छिया हालिद्दसुत्तसिक्कगवच्छिया, सुक्किल्लसुत्तसिक्कगवच्छिया बहवे वायकरगा पत्ता सव्ववेरुलियमया अच्छा जाव पडिरूवा ।
(५) उन तोरणों के आगे दो-दो पात्रियाँ (बर्तन) रखी हैं। ये पात्रियों स्वच्छ निर्मल जल से भरी हुई हैं और विविध प्रकार के ताजे हरे फलों से भरी हुई-सी प्रतिभासित होती हैं। ये सभी पात्रियाँ रत्नमयी, निर्मल यावत् अतीव मनोहर हैं और इनका आकार बड़े-बड़े गोकलिंजरों - गाय को घास रखने के टोकरों के समान गोल हैं।
उन तोरणों के आगे दो-दो सुप्रतिष्ठक पात्र (प्रसाधन - मंजूषा या शृंगारदान) रखे हैं। प्रसाधन-शृंगार की साधनभूत औषधियों आदि से भरे हुए भांडों से सुशोभित हैं और सर्वात्मना रत्नों से बने हुए, निर्मल यावत् अतीव मनोहर हैं।
उन तोरणों के आगे दो-दो मनोगुलिकाएँ (बैठने की पीठिका - कुर्सी) हैं। इन मनोहर मनोगुलिकाओं पर अनेक सोने और चाँदी के पाटिये जडे हुए हैं और उन सोने और चाँदी के पाटियों पर वज्र रत्नमय नागदन्त (खूँटे ) लगे है एवं उन नागदन्तों के ऊपर वज्र रत्नमय छींके टॅगे हैं। उन छींकों पर काले, नीले, लाल, पीले और सफेद सूत के जालीदार वस्त्र खण्ड से ढँके हुए वातकरक ( जल से रहित, कोरे घडे) रखे हैं । ये सभी वातकरक वज्र रत्नमय, निर्मल यावत् अतिशय सुन्दर हैं।
(5) Two small vessels each are in front of the festoons. They are full of pure clean water and appear to be filled with fresh green fruit of various types. These vessels are jewel-studded, clean and extremely beautiful. They are as round as big baskets meant for feeding grass to the cow.
There are decoration-boxes-two each in front of the festoons. They are full of small containers having articles for decorating the body. All of them are jewel-studded and upto extremely beautiful.
Two chairs each are in front of the festoons. Many gold and silver plates are studded on those beautiful chairs and silver pegs are fixed on them. Jewelled bunches are hanging from those pegs. Unused pitchers are placed in these bunches and they are covered with meshed cloth made of black, blue, red, yellow and white yarn. All these pitchers are jewel-studded, clean and extremely beautiful.
रायपसेणियसूत्र
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Rai-paseniya Sutra
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