Book Title: Tiloy Pannati Part 2
Author(s): Vrushabhacharya, A N Upadhye, Hiralal Jain
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur
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गाथा
गाथा
(९८)
तिलोयपण्णत्ती विषय
विषय दीन्द्रियादिकोंमें जघन्य अवगाहनाके स्वामी ३१८ | संख्या अवगाहनाके विकल्पोंका क्रम पृष्ठ ६१८ | जन्म-मरण महाधिकार ६
आयुबन्धक भाव आदि
जिनपुरोंका प्रमाण भाद्य मंगल सत्तरह अन्तराधिकारोंका निर्देश ।
महाधिकार ७ म्यन्तर देवोंके तीन प्रकारके पुर
आद्य मंगल व्यन्तरोंके भेद
२५ सत्तरह अन्तराधिकारोंका निर्देश चैत्य वृक्षोंका निर्देश
२७ । ज्योतिष देवोंका निवासक्षेत्र कुलभेद
३२ ज्योतिष देवोंके भेद । किन्नर जातिके १० भेद
३४ उनकी संख्याका निर्देश किम्पुरुष जातिके १० भेद ३६ | चन्द्र ज्योतिषियोंका प्रमाण महोरग जातिके १. भेद
३८ सूर्य ज्योतिषियों का प्रमाण गन्धर्व जातिके १० भेद
अठासी ग्रहोंके नाम यक्षोंके १२ भेद
समस्त ग्रहोंकी संख्या राक्षसोंके ७ भेद
१४ अट्ठाईस नक्षत्रोंके नाम भूतोंके ७ भेद .
समस्त नक्षत्रोंकी संख्या पिशाचोंके १५ मेद
४८ एक चन्द्र सम्बन्धी ताराओंका प्रमाण व्यन्तरोंमें गणिकामहत्तरियोंके नाम ५० | ताराओंके नामोंके उपदेशका अभाव भ्यन्तरोंका शरीरवर्ण
समस्त ताराओंकी संख्या दक्षिण-उत्तर इन्द्रोंका निर्देश ५९ चन्द्रमडण्लोंकी प्ररूपणा म्यन्तरनगरोंका वर्णन
६० सूर्यनगरोंकी प्ररूपणा भ्यन्तरेन्द्रोंके परिवार देवों की प्ररूपणा बुधनगरोंकी प्ररूपणा नीचोपपाद आदि देवोंका अवस्थान
शुक्रनगरियां भ्यस्तरोंमें आयुप्रमाण
बृहस्पतिनगरियां आहारकाल
मंगलनगरियां उच्छ्वासकाल
शनिनगरियां अवधिविषय
९. नक्षत्रनगरिया शक्तिप्ररूपणा
| तारानगरिया शरीसेत्सेध -
९८ नगरोंका प्रमाण
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