Book Title: Tiloy Pannati Part 2
Author(s): Vrushabhacharya, A N Upadhye, Hiralal Jain
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

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Page 574
________________ भौगोलिक-शब्द-सूची मंदर लल्लंक महाहिमवान् रोचन कूट महाहिमवान् कूट -१-१७२४ रक्तकम्बला ४-१८३४रोहक . २-४०,१० मंगल कूट ४-२०३३ रक्तवती ४-१७३५, 6-१९ ४-२३५७ रोहित मंगलावती ४-२२०७ रक्तशिला ४-१८३२ रोहितास्या मंजुषा ४-२२९३ रक्ता ४-२३५७,२३६९/ मंत्रसभा ५-२०० रक्तोदा ४-२३७० ४-१२१,८-३९७ रजत ४-१९७०, ५-१२२, लामी ४-२३५७, ८-९९ मंदरशैल ४-१७८० ८-३९७ लक्ष्मीमालिनी मागध तीर्थ ४-२४४ रजतप्रभ . ५-१२२ २-४, १५५ मागध द्वीप ४-२२५१ रतिकर लवणसमुद्र ४-२३९० माधवी १-१५३ रत्न कूट ४-२७६८,५-१५६ लांगल ८-१४ माणिभद्र कूट ४-१४७, २२६० रत्नपुर ४-१२५ लांगलावती - ४-२२०६ मानुषोत्सर बन ४-१८०५ रत्नप्रभ . लांतव ४-१५, १२. मानुषोत्तरशैल ४-२७४८ रस्नप्रभा लोककान्त ८-९५ मानस्तम्भ ३-३९ रत्नसंचया ४-२२९७ लोल २-४२, १२९ मार २-४५, १४२ रत्नाकर ४-१२५, २२४१ लोलक २-१२, १३० माल्यवान् ४-२०१५, २०६० रनोरचय ५-१७४ माहेन्द्र ४-११॥ लोहार्गल १-१५९, ४-१२६३, रथनूपुर ४-११४ लोहित ८-१३ ८-१२० रमणीया ४-२२०७,५-७४ मित्र लोहितक ८-१४ रम्यक ४-२०५७ मिथिला ४-२२०७, ५-७४ लोहित प्रासाद ४-1८३६ ४-१२२ रसदेवी ८-९२ राजगृह मुषकासार राज्य कूट ५-१५३ मेखलापुर ४-११४ राज्योत्तम मेष ८-१३ रिष्टा पुरी ५-२०१२, २२.० मेष कूट ५-१२२,6- मेषा 9-१५३ रुचक ४-१६६४.५-१२३. वध्रप्रभ ५-१२२ मैथुनशाला ८-१३ वज्रवर - . ५-२० म्ष्छ खंड ५-२६८,१३३३ रुचकवर ५-१९,१४१ वज्राख्य रुचकाम ५-१२३ वज्रार्गल रुचकोत्तम ५-१७४ बज्रार्द्धतर यक्षबर ५.२३ रुचिर ८-१३ क्जावनि यम कूट ४-२२७६ रुधिर ८-१२ वसकावती ४-२००५ रुण्यकूला ४-२३५९ क्सा ४-२९०० बोधर 8-10 रूबवर ५-२० वनक २-११,२९ ४-२५३० रैवत ४-२१७५ वनमाल ४-२३३५ लोहित कूट ४-२३५० लोहितांक सुरज ५-१५३ वक्रान्त ४-२२९३ वक्षार Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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