Book Title: Tiloy Pannati Part 2
Author(s): Vrushabhacharya, A N Upadhye, Hiralal Jain
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

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Page 614
________________ चौबीस तीर्थंकर नाम कहांसे गर्भ में आये| जन्मनगरी पिता माता सर्वार्थसिद्धि अयोध्या नाभिराय विजय जितशत्रु मेघप्रभ १ ऋषभ २ अजित ३ सम्भव ४ अभिनन्दन ५ सुमति ६ पद्म ७ सुपार्श्व ८ चन्द्रप्रभ ९ पुष्पदन्त १० शीतल ११ श्रेयांस १२ वासुपूज्य १३ विमल १४ अनन्त मरुदेवी विजया सुसेना सिद्धार्था मंगला सुसीमा पृथिवी लक्ष्मीमती रामा नन्दा वेणुदेवी सुप्रतिष्ठ सुग्रीव भद्रिल विष्णु विजया कृतवर्मा अधो ग्रैवेयक श्रावस्ती जितारि विजय अयोध्या संवर जयन्त । उपरिम अवेयक | कौशाम्बी धरण मध्य प्रैवेयक वाराणसी वैजयन्त चन्द्रपुर महासेन आरण काकंदी अच्युत दृढरथ | पुष्पोत्तर सिंहपुर महाशुक्र चम्पा वसुपूज्य शतार कंपिलापुरी पुष्पोत्तर अयोध्या | सिंहसेन | सर्वार्थसिद्धि रत्नपुर भानु विश्वसेन शूरसेन (सूर्यसेन) अपराजित नागपुर (ह.पुर) सुदर्शन मिथिला | कुम्भ आनत राजगृह | सुमित्र अपराजित मिथिलापुरी विजय शौरीपुर | समुद्रविजय प्राणत वाणारसी अश्वसेन पुष्पोत्तर कुंडलनगर सिद्धार्थ जयश्यामा सर्वयशा सुव्रता १५ धर्म ऐरा १६ शान्ति १७ कुन्थु १८ अर १९ मल्लि २० सुव्रत २१ नमि २२ नेमि २३ पार्श्व २४ वर्धमान श्रीमती मित्रा प्रभावती पदमा वप्रिला शिवदेवी वर्मिला प्रियकारिणी Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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