Book Title: Tiloy Pannati Part 2
Author(s): Vrushabhacharya, A N Upadhye, Hiralal Jain
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

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Page 622
________________ तोर्यकर-यंत्र - - तीर्थ. ४२ मुख्य भार्थिका श्रावक श्राविका मोक्षतिथि ब्राह्मी ३००००० ५००.०० प्रकुब्जा धर्मश्री मेरुषेणा अनन्ता रतिषणा मीना वरूणा घोषा माघ कृ. १४ चैत्र शु. ५ चैत्र शु. ६ वैशाख शु. ७ चैत्र शु. १० फाल्गुन कृ. ४ फाल्गुन कृ. ६ भाद्रपद शु. ७ आश्विन शु. ८ कार्तिक शु. ५ श्रावण शु. १५ फाल्गुन कृ. ५ आषाढ शु. ८ चैत्र कृ. १५ ज्येष्ठ कृ. १४ २००००० धरणा चारणा वरसेना mr FM , ५ . 22-2222222AMAR | १००००० पद्मा सर्वश्री सुव्रता हरिषेणा भाविता कुंथुसेना मधुसेना पूर्वदत्ता मार्गिणी यक्षी सुलोका चन्दना * . . . . . - - - - - - ३००००० वैशाख शु. १ चैत्र कृ. १५ फाल्गुन कृ. ५ फाल्गुन कृ. १२ वैशाख कृ. १४ आषाढ कृ. ८ श्रावण शु. ७ कार्तिक कृ. १४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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