Book Title: Tiloy Pannati Part 2
Author(s): Vrushabhacharya, A N Upadhye, Hiralal Jain
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

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Page 630
________________ Jain Education International एकादश रुद्र नाम कुमारकाल For Private & Personal Use Only | उत्सेध | भायु । संयमकाल भंगतपकाल प्राप्त गति १ भीमावलि | ५०० धनुष | ८३ लाख पूर्व | २७६६६६६ पूर्व | २७६६६६८ पूर्व २७६६६६६ पूर्व | सप्तम नरक २ जितशत्रु ७१ , २३६६६६६ ,, २३६६६६८ , २३६६६६६ , ६६६६६, । ६६६६८ , षष्ठ नरक ४ वैश्वानर ३३३३३ , ३३३३४ , ३३३३३ , ५ सुप्रतिष्ठ ८४ लाख वर्ष | २८००००० वर्ष | २८००००० वर्ष २८०००००, ६ अचल ६० , २००००.०, २००००००, २०००००० ७ पुंडरीक " | १६६६६६६ , १६६६६६८ , ८ आजितंधर , १३३३३३३ , १३३३३३४ , | पंचम नरक ९ अजितनाभि ६६६६६६ , ६६६६६६ ,, | चतुर्थ नरक १० पीठ (पीढाल) । ३३३३३३ , ३३३३३४ । | -३३३३३३ , " ११ सत्यकिपुत्र २८ , तृतीय नरक विविध यंत्र २४ ॥ [१०२९ www.jainelibrary.org

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