Book Title: Tiloy Pannati Part 2
Author(s): Vrushabhacharya, A N Upadhye, Hiralal Jain
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

View full book text
Previous | Next

Page 615
________________ १०१४] तिलोयपण्णत्ती - तीर्थ. जन्मतिथि श जन्मनक्षत्र कुमारकाल इक्ष्वाकु ८४ लाख ७२ , २० लाख पूर्व १८ ॥ ५० , १२१, विशाखा ८४ लाख वर्ष २१ लाख वर्ष चैत्र कृ. ९ | उत्तराषाढा माघ शु. १० रोहिणी मगसिर शु. १५ । ज्येष्ठा माघ शु. १२ | पुनर्वसु श्रावण शु. ११ | मघा आसोज कृ. १३ | चित्रा ज्येष्ठ शु. १२ पौष कृ. ११ | अनुराधा मगसिर शु. १ | मूल माघ कृ. १२ पूर्वाषाढा फाल्गुन शु. ११ | श्रवण फाल्गुन शु. १४ विशाखा माव शु. १४ पूर्वभाद्रपदा ज्यष्ठ कृ. १२ रेवती माव शु. १३ पुष्य ज्येष्ठ शु. १२ भरणी वैशाख शु. १ कृत्तिका मगसिर शु. १४ | रोहिणी मगसिर शु. ११ अश्विनी आसोज शु. १२ | श्रवण आषाढ शु. १० | अश्विनी वैशाख शु. १३ चित्रा पौष कृ. ११ विशाखा चैत्र शु. १३ उ. फाल्गुनी ७५०००० वर्ष कुरु २५००००, इक्ष्वाकु कुरु ९ि५०० ८४००० ० इक्ष्वाकु ५५००० ० यादव ३०० ७५०० इक्ष्वाकु १०००० ० २५०० यादव १००० ३०० उम्र १०० m नाथ mm Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 613 614 615 616 617 618 619 620 621 622 623 624 625 626 627 628 629 630 631 632 633 634 635 636 637 638 639 640 641 642