Book Title: Tiloy Pannati Part 2
Author(s): Vrushabhacharya, A N Upadhye, Hiralal Jain
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur
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तिलोयपण्णता
।
त. रा.
|
त्रि. सा.
|
ओ..
२३ पद्ममाल
लोहिताक्ष
पद्म
पद्म | लोहिताक्ष
नलिन लोहिताक्ष
लोहित
वज्र
| लोहित
वज्र
वज्र
वज
२५वज्र २६ नन्द्यावर्त
प्रभंकर
नन्द्यावर्त
नन्धावर्त प्रभंकर शिष्टाक
अंजन (२७.११६)
नन्द्यावर्त प्रभंकर
प्रभंकर
वरमाल
| पृष्ठक
प्रष्टक
गज
पृष्टक
रिट
गज
जगत्
गज
मस्तक चित्र
मित्र
मित्र
मित्र
सोम
प्रभ
प्रभ
प्रभा
प्रभ
मंगल
अंजन
अंजन
अंजन
अंजन
बलभद्र
३३ वनमाल
वनमाल
वनमाल
वनमाल
चक्र (२७.२४७)
नाग
नाग
नाग
गदा
गरुड
गरुड
गरुड
गरुड
लांगल
लांगल
लांगल
लांगल बलभद्र
बलभद्र
बलभद्र
बलभद्र
चक्र
चक्र
चक्र
चक्र
स्वस्तिक नन्द्यावर्त आभंकर (२७-३३०) गृद्धि केतु ... गरुल ब्रह्म (२७.३७०) ब्रह्महित
अरिष्ट सुरसमिति
अरिष्ट | देवसमीत
अरिष्ट देवसमित
अरिष्ट । सुरसमिति
ब्रह्म
ब्रह्म
ब्रह्म
ब्रह्म
| ब्रह्मोत्तर
| ब्रह्मोत्तर
ब्रह्मोत्तर
ब्रह्मोत्तर
| ब्रह्महदय
ब्रह्महृदय
ब्रह्महृदय
ब्रह्मोत्तर
| लांतव
लांतव
लांतत्र
ब्रह्महृदय लांतव शुक्र
लान्तक
४५] महाशुक्र
शुक्र
महाशुक्र
महाशुक्र (२७.४.
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