Book Title: Tiloy Pannati Part 2
Author(s): Vrushabhacharya, A N Upadhye, Hiralal Jain
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur

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Page 608
________________ ति. प. ४६ सहस्रार ४७ आनत ४८ प्राणत ४९ पुष्पक ५० शातंकर ५१ आरण ५२ अच्युत ५३ सुदर्शन ५४ अमोघ ५५ सुप्रबुद्ध .५६ यशोधर ५७ सुभद्र ५८ | सुविशाल ५९ सुमनस् ६०. सौमनस ६१ प्रीतिकर ६२ आदित्य ६३ सर्वार्थसिद्धि Jain Education International . ६. पु. शतारक आनत प्राणत पुष्पक सानुकार आरुण अच्युत सुदर्शन अमोघ सुपबुद्ध यशोधर सुभद्र सुविशाल सुमनस् . सौमनस्य पीर्तिकर आदित्य सर्वार्थसिद्धि कुछ संज्ञा शब्दों की तुलना त. रा. सहस्रार आनत प्राणत पुष्पक सातक आरण अच्युत सुदर्शन अमोघ सुप्रबुद्ध यशोधर सुभद्र विशाल सुमनस् सौमनस् प्रीतिंकर आदित्य सर्वार्थसिद्धि त्रि. सा. शतार आनत प्राणत पुष्पक शातक आरण अच्युत सुदर्शन अमोघ सुप्रबुद्ध यशोधर सुभद्र सुविशाल सुमनस् सम प्रीतिकर आदित्य सर्वार्थसिद्धि For Private & Personal Use Only लो. प्र. सहस्रार आनत प्राणत [ १००५ आरण पुष्प (२७-४५८) अलंकार अच्युत सुदर्शन . सुप्रबुद्ध मनोरम सर्वतोभद्र विशाल सुमनस् सौमनस् प्रीतिंकर आदित्य सर्वार्थसिद्धि (२७-६०८) „ www.jainelibrary.org

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