Book Title: Tiloy Pannati Part 2
Author(s): Vrushabhacharya, A N Upadhye, Hiralal Jain
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur
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क्रमसं.
ति.प.
त. रा.
६. पु.
। त्रि, सा. मनक
लो. वि.
लो.प्र.
वनक
वनक
वनक
मनक
वनक
घात
घाट
खडा
घट्ट
संघाट
संघात जिह्वा
संघट्ट
घाट संघाट जिह्व उज्जिहिक
खटा । खटिक जिह्वा
जिह्व
जिह्व वपजिह्व
जिहक
जिह्वक
जिह्निका
लोल
लोल
लोल लोलक स्तनलोलुक
आलोल लोलुक स्तनलोलुक तप्त
खडिका | जिह्वा जिहिक लोलिक लोलवत्स स्तनलोल तप्त तपित
लोलुप स्तनलोलुक तप्त तपित
लोलिका लोलवत्सा स्तनलोला
लोलावर्त घनलोल तप्त (१४,१७०-१) तापित
तप्त
तप्त
शीत
त्रस्त
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कुछ संज्ञा-शब्दोंकी तुलना
तपन
तपन
तपन
तपन
तपित तपन तपन ( तापन) निदाघ
तपन
तापन
तापन
तापन
उज्ज्वल
आतपन निदाघ ज्वलित जाज्वलित संज्वलित संप्रज्वलित
निदाघ ज्वलित उज्ज्वलित
संज्वलित ३३ | संप्रज्वलित
0
निदाघ प्रज्वलित उज्ज्वलित | संज्वलित | संप्रज्वलित
तापन निदाघ प्रज्वलित उज्ज्वलित संज्वलित संप्रज्वलित
प्रज्वल
निदाघ उज्ज्वलित प्रज्वलित संज्वलित संप्रज्वलित आरा मारा
0
संज्वलित संप्रज्वलित
३४
आर
आर
आरा
आर
मार
तार
मारा
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