Book Title: Tiloy Pannati Part 2
Author(s): Vrushabhacharya, A N Upadhye, Hiralal Jain
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur
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तिलोयपण्णत्ती
ति. प. त्रुटितांग त्रुटित अटटांग
मा पु. तुट्यंग
तुव्यांग
तुव्य
तुटिक
अटटांग
अटटांग
अटट
अटट अमांग
अटट अममांग
अममांग
अमम
अमम
अमम.
हाहांग
ऊहांग
हाहांग
हाहा हूहांग
ਚi
लता महालतांग
लतांग
लतांग लता महालतांग
लता
महालतांग
महालता शिरःप्रकम्पित हस्तप्रहेलिका चर्चिका
महालता श्रीकल्प हस्तप्रहेलित अचलात्म
महालता शिरःप्रकम्पित हस्तप्रहेलित
अचलात्मक
विदेह क्षेत्र ३२ क्षेत्र
३२ नगरियां ति. प. ४, २२०६ | वृ. क्षे.१, ३७० । ति. प. । वृ. के. 1-१४१ कम्छा कच्छ
क्षमा ४.२२६८ क्षेमा सुकष्छा सुकन्छ
क्षेमपुरी ४.२२९३/ क्षेमपुरी महाकछा महाकन्छ अरिष्टा
अरिष्टा कच्छकावती कच्छावती अरिष्टपुरी
अरिष्टावती आवर्ती आवर्त
खड्गा
खड्गी ___ लागलावर्ता मंगलावर्त मंजूषा
मंजूषा
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