Book Title: Tiloy Pannati Part 2
Author(s): Vrushabhacharya, A N Upadhye, Hiralal Jain
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur
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भौगोलिक-शब्द-सूची
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८-१२०/एकर
४-१६६१ कांचन द्वीप ५-२१२६ किलकिल
३-५८ किनामित
भासनगृह ३-५९) ऋतुभावर्त
८-८७ कल्पातीतमही इ
ऋतुप्रभ इन्दुद्रह
४-२१२६ ऋतुमध्यम
6-८७ कंचन कूट -२०३१, ५-१४५ इन्द्रक
ऋतुविशिष्ट 6-८७ कंचन शैल
४-२०१४ ४-१६३२ ऋद्धीश
४-१२ कपिलापुरी इष्वाकार ४-२५३२ ऋषिशैल
१-६६ काकंदी
५-५११ कापिष्ठ
-110 -२२१० कामपुष्प ८-१२०/एकशल
काल
२-५१ ईषत्प्रारभार ८-६५६
कांक्षा
२-१७ ऐरावत
४-११, २३६५ कांचन कूट उग्रवन ४-६४७ | ऐरावत कूट
५-२५ उज्ज्वलित २-४३, १३८, ऐरावत द्द उत्तरकुरु ४-२०६०
ओ
किंनरगीत उत्तरभरत कूट
४-१४८ ओलगशाला उत्पल ५-१६६५,८-९३
कुक्षिनिवास
४-२२१० उत्पलगुल्मा
४-१९४६ ४-१९४६ औषधनगरी
४-१२१,८-१३ उस्पला उत्पलोवला
औषधवाहिनी ४-१९४६
४-२२१६ कुमुद कूट
कुमुदप्रभा ४-२४६४ उदकाभास ४-२४६४ कच्छ
४-२०१२ ८-९४ कच्छकावती
४-१९६६,२२००
४-२२०६ उभ्रान्त २-४०, ११२
४-२०११ कच्छा
४-२२०६ उम्ममा ४-२३७, १३४०
र द्वीप कच्छा कूट
४-२२६० उन्मत्तजला ४-२२१५ कज्जलप्रभा
कुसुम
४-१९६२ उपजलधि ४-१३०५ कज्जला
४-१९६२ उपनन्दन
४-१८०६ कदम्बक उपपाण्ड ४-१८०६ कदलीगृह ।
१- कुंडल गिरि ४-१४७९,५-१५ उपपादसभा
५-२०१कनक उपसौमनस
४-१८.६ कनक कूट ४-२७६७,५-१२२ कुंडल नगर
४-५४९ कनक प्रभ
५-१२२ कुंडलवर द्वीप कनक धराधर १-५, कुंडला
४-२२९० अर्जयस्त
कमल अमिमालिनी ५-२२११ कर्ण
कट
४-२२३० केतुमाल रजमूला नदी ४-७० कलश
८-९१ केशरी द्रह ८-१९ कल्पभूमि 1-१६३ कैलाया
-11
४-२०६०
कुमुद शैल कुमुदा
उदित
४-२४१० कुडल कूट
८-९५ कुंडक द्वीप
उपार्थ
मान
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