Book Title: Tiloy Pannati Part 2
Author(s): Vrushabhacharya, A N Upadhye, Hiralal Jain
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur
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पाणुक्कस्सखिदीदो घादिक्खएण जादा घोरट्टकम्मणियरे
गाथानुक्रमणिका ४-९९२ / घउणउदिसहस्सा इगि ४-९०६ चउणउदिसहस्साथि ४-१२११ ". "
चउणउदिसहस्सा तिय
४-१७५२ ४-२२२६ ७-३२१ ७-३२२
७-४०७ ७-४०८ ७-४०९ ७-३०४
चहदूण चउगदीओ चउअट्टछक्कतितिपग चउअट्ठपंचसत्त चउअडखंदुगदोणभ चउइक्किक्कं दुगअड चउइगिणवपणदोदो चउइगिदुगपणसगदुग चउकोसरुंदमज्झं चउकोसहि जोयण चउगइपंकविमुक्कं चउगयणसत्तणवणह चउगोउरजुत्तेसु य चउगोउरजुत्तेसु चउगोउरदारेसुं चउगोउरसंजुत्ता
४-२६८४ ४-२८५५ ४-२६००
७-५६५ ४-२८५९ ७-३३७
४-२२२३ ४-२९११ ७-३१५
११ चउणउदिसहस्सा पण ४-२६३९ ४-२९२७ ४-२८६३ ४-२८७४
चउणउदिसहस्सा पणु ४-२६९८ ४-२६७७ चउणभअडपणपणदुग ४-१६६९ च उणभणवइगिअडणव
च उणवअंबरपणसग
चउणगयणटुतिया ७-२४८ चउणवणवइगिक्षणभ ७-२०४
चउणवदिसहस्सा इगि ७-२७५ चउणवदिसहस्सा छ ४-७४५ चउणवपणच उछक्का
चउतियइगिपणतितियं ७-४१ चउतियणवसगछक्का ४-१६४४
चउतियतियपंचा तह ३-४४
चउतीससहस्साणि
चउतीस चउदालं ४-२६५९
चउतीसं लक्खाणिं ४-२९०७ ४-२०३८ चउतीसातिसयमिदे ४-१८२१ चउतोरणवेदिजुदा ४-१९१२ चउतोरणवेदिजुदो
२-१५२ चउतोरणवेदीहिं ४-२५९६ चउतोरणाभिरामा ४-२०१७ चउतोरणेहिं जुत्ता
३-८४ | चउतोरणेहिं जुत्तो ३-८८ चउदक्खिणइंदाणं
चउदसजुदपंचसया ४-११०३ चउदंडा इगिहत्थो ७-३३८ चदालपमाणाई
४-२२३८
३-२० २-११९
चउगोउराणि साल चउगोउरा तिसाला चडचउसहस्समेत्ता चउछक्कअडदुअडपण चउछक्कपंचणभछच उजुत्तजोयणसयं चउजोयणउच्छेह चउजोयणउच्छेहा चउजायणलक्खाणिं
४-९२८ ४-२१६३
४-२२० ४-२०१७
३-३९ ४-२७२ ४-२२५ ८-२९१
चउठाणेसुं सुण्णा
घउणउदिसया ओही पाणउदिसहरसा इगि
२-२५२ ४-५९.
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