Book Title: Namo Purisavaragandh Hatthinam
Author(s): Dharmchand Jain and Others
Publisher: Akhil Bharatiya Jain Ratna Hiteshi Shravak Sangh
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xlviii
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६१३
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६२८
६३५
विषयानुक्रमणिका श्री पी. एम. चोरडिया ६१२
श्री अनराज बोथरा श्री ब्रजमोहन जैन (मीणा) ६१५
श्री नेमीचन्द जैन ६२० श्री प्रकाश चन्द जैन ६२२
श्री प्रेमचन्द कोठारी ६२३ श्री रणजीत सिंह कूमट ६२५ श्री जवाहरलाल बाघमार ६२६
श्री फूलचन्द मेहता श्री चंचलमल चोरड़िया ६३० श्री अमरचन्द कांसवा ६३३ श्री जशकरण डागा
श्री सूरजमल मेहता ६३८ श्री बस्तीमल चोरडिया ६३९
श्री नौरतन मेहता ६४० श्री चांदमल बोथरा
६४२ श्री रामदयाल जैन सर्राफ श्रीमती मोहनी देवी जैन श्री पारसचन्द जैन ६४५
श्री ज्ञान मुनि श्री एस. एस. जैन ६५० श्री मिट्ठालाल मुरड़िया ६५१
श्री रामदयाल जैन ६५३
श्री लक्ष्मीचन्द जैन श्रीमती रूपकंवर मेहता ६५७
श्री लालचन्द जैन ६५८ भंडारी श्री सरदारचन्द जैन ६६०
श्री मोतीलाल सुराना ६६१ श्री चन्दुलाल केशवलाल मेहता ६६३
श्री चम्पालाल कर्णावट श्री अशोक कुमार जैन ६६७
૬૬૮
४२. भविष्यद्रष्टा व वचन-सिद्धि के योगी ४३. दूरदर्शी थे आचार्य भगवन्त ४४. जिनके पावन दर्शन से पापों के पर्वत हिलते थे ४५. अगणित वन्दन सद्गुरुराज को ४६. विशिष्ट ध्यान-साधक आचार्य हस्ती ४७. साधना के धनी ४८. मेरे प्रेरणास्रोत आचार्य श्री ४९. अध्यात्मयोगी तपोमूर्ति
स्वाध्याय-सेवा के प्रेरणास्रोत ५१. विश्व के देदीप्यमान सूर्य ५२. मेरे परम आराध्य ५३. रल-चतुष्टय से सुशोभित युगप्रधान आचार्यश्री हस्ती ५४. आत्मबल का चमत्कार ५५. उच्च साधक एवं दयालु सन्त ५६. व्यक्ति में छपी प्रतिभा के ज्ञायक और उन्नायक ५७. सवाईमाधोपुर के क्षेत्र में कायाकल्प ५८. पोरवाल क्षेत्र पर असीम कृपा ५९. स्वाध्यायी बनने की प्रेरणा ६०. गुरुवर की महती अनुकम्पा ६१. निस्पृह एवं निर्भय योगी ६२. प्रभावक योगी ६३. संयम-साधना का सुमेरु ६४. मेरे जीवन के कलाकार ६५. आचार्य श्री : एक मनोवैज्ञानिक मार्गदर्शक ६६. दो महान् दिव्यात्माओं का अद्भुत मिलन ६७. परम कृपालु गुरुदेव ६८. सर्प बचाने की आँखो देखी घटना ६९. आचार्य श्री : जैसा मैंने देखा और पाया ७०. संयम और विवेक के आदर्श प्रतीक ७१. तथागत आचार्य श्री
जीवन - निर्माण के कुशल शिल्पी ७३. भक्तों पर प्रभाव : संकलन
मौन से क्रोध पर नियन्त्रण - श्री उगमराज भण्डारी६६८ धूम्रपान छूटा - श्री कुन्दन सुराणा ६६८ माँस-मदिरा का त्याग - श्री तनसखराज जैन EEL भविष्य द्रष्टा - श्री दुलीचन्द बोहरा ६६९ देवी बलिदान नहीं माँगती- श्री गिरधारी लाल जैन६७० बालक ठीक हुआ - श्री पारसमल सुरेश कुमार कोठारी ६७०
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