Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 06 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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अमेयचन्द्रिका टीका श.८ उ.१ २.२१ सूक्ष्मपृथ्वीकायस्वरूपनिरूपणम् २१७ विस्सापरिणतेऽपि यावत्, अथवा एकं चतुरस्नस स्थानपरिणतम् वा, एकम् आयतसंस्थानपरिणतं वा ।। सू० २१ ॥
टीका-'दो भंते दव्या किं पओगपरिणया, मीसापरिणया, वीससा परिणया?' गौतमः पृच्छति- हे भदन्त ! द्वे द्रव्ये किं प्रयोगपरिणते ? किंवा मिश्रपरिणते ? अथवा विस्रसापरिणते भवतः ? भगवानाह-'गायमा ! पोगपरिणया वा? मीसापरिणया वा २ वीससापरिणया वा ३, हे गौतम ! द्वे द्रव्ये प्रयोगपरिणते जानना चाहिये। (जइ वीससा परिणया किं वण्ण परिणया, गंधपरिणया) हे भदन्त ! यदि वे दो द्रव्य विस्रसापरिणत होते हैं तो क्या वे वर्णरूपसे परिणत होते हैं या गंधरूपसे परिणत होते हैं इत्यादि । (एवं वीसमा परिणया वि जाव अहवा एगे चउरंससंठाणपरिणए, एगे आययसंठाणपरिणए वा' हे गौतम ! इसी तरह से विस्रसापरिणतके संबंध भी जानना चाहिये । यावत् अथवा एक द्रव्य चतुरस्र संस्थानरूपसे भी परिणत होता है तथा दूसरा आयत संस्थानरूपसे भी परिणत होता है ।। ___टीकार्थ-इस सूत्रद्वारा सूत्रकारने द्रव्यद्वय आदिके परिणामको आश्रितकरके प्रभुसे ऐसा पूछा है कि 'दो भंते ! व्वा किं पोगपरिणया, मोसापरिणया, वीससापरिणया' हे भदन्त ! दो द्रव्य क्या प्रयोगपरिणत होते हैं या मिश्रपरिणत होते हैं या वित्रसापरिणत होते हैं ? इसके उत्तरमें प्रभु कहते हैं 'गोयमा' हे गौतम ! 'पओगपरिणया वा १ मीसापरिणया वा २, वीससापरिणया वा ३' दो द्रव्य प्रयोगपरिणत भी होते हैं, मिश्रपरिणत भी होते हैं और विस्रसात्या ( एवं वीससा परिणया वि, जाव अहवा एगे चउरंससंठाणपरिणए एगे आययसंठाणपरिणए वा) हे गौतम से विखसा परिणतना संभवना પણ જાણી લેવું. યાવત્ – અથવા એક દ્રવ્ય ચતુર સંસ્થાનરૂપથી પણ પરિણત હેય છે તથા બીજું આયત સંસ્થાનરૂપથી પણું પરિણત હોય છે.
ટીકાથ– આ સૂત્રધારા સૂત્રકારે દ્રવ્ય હવ આદિના પરિણામનો આશ્રય કરીને प्रभुने मे ५७यु छ : (दो भंते व्या किं पओगपरिणया, मीसापरिणया, वीससापरिणया, भगवन्त मे द्रव्य शु प्रयोग परिणत हाय छ । भिश्रपरिणत હોય છે અગર વિસસા (સ્વભાવથી પરિણિત થવાવાળા) પરિણત હોય છે ?
उत्तर- (गोयमा) 3 गौतम (पओगपरिणया वा १ मीसा परिणया वा २ वीससापरिणया वा३) मे द्रव्य प्रयोगपरित ५९५ ३१छ (भश्रय२ि५त ५७ होय छ
श्री. भगवती सूत्र :