Book Title: Agam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Part 06 Sthanakvasi
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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म. टीका श. ८ उ. ५ स. २ स्थूलपाणातिपातादिमत्याख्याननिरूपणम् ६०७ न करोति, न कारयति कायेन, २३ अथवा न करोति, कुर्वन्तं नानुजानाति मनसा, २४ अथवा न करोति कुर्वन्तं नानुजानाति, वचसा, २५ अथवा न करोति, कुर्वन्तं नानुजानाति कायेन, २६ अथवा न कारयति, कुर्वन्तं नानुजानाति मनसा, २७ अथवा न कारयति, कुर्वन्तं नानुजानाति वचसा, २८ अथवा न कारयति, कुर्वन्तं नानुजानाति, कायेन, २९ एकविध न करेइ न कारवेइ वयसा २१ ) अथवा वचनसे वह न प्राणातिपात करता है और न कराता है । अहवा न करेह न कारवेह कायसा २२) अथवा वह कायासे न करता है और न करवाता है। (अहवा न करेंइ करेत णाणुजाणइ मणसा २३) अथवा मनसे वह न करता है और न करते हुए की अनुमोदना करता है । (अहवा न करेइ करतं णाणुजाणइ वयसा २४) अथवा वह वचनसे न करता है और न करते हुएकी अनुमोदना करता है । ( अहवा न करेइ करतं नाणुजाणइ कायसा २५) अथवा कायसे वह न करता है
और न करते हुएकी अनुमोदना करता है । (अहवा न कारवेइ करेंतं नाणुजाणइ मणसा २६) अथवा मनसे बह न करवाता है
और न करते हुवेकी अनुमोदना करता है । (अहवा न कारवेइ करतं नाणुजाणइ वयसा २७) अथवा वह वचनसे न करता है और न करने वाले की अनुमोदना करता है । (अहवा न कारवेइ करतं णाणुजाणइ कायसा २८) अथवा कायसे न करवाता है और न कर ( अहवा-न करेइ, न कारवेइ, वयसा २१) मा क्यनयी ते प्रातिपात ४२ नया भने ४२रावत नथी. (अहवा न करेइ, न कारवेइ कायसा २२) अया याथा a प्रातिपात ४२ते। नथी भने ४२पता नथी. (अहवा न करेइ, करंतं णाणुजाणइ मणसा) ॥ भनथा ते प्रातिपात ४२नथी भने ना२नी अनुमोहना रते। नथी. (अहवा न करेइ करतं णाणुजाणइ वयसा) मया ते क्यनयी प्रातिपात ४२ते। नया भने ४२ ना२नी अनुमान। ४३। नथा. ( अहवा न करेइ, करंतं णाणुजाणइ कायसा २५) अथवा याथा ते प्रातिपात ४२॥ नथी भने ४२ना२नी अनुमोना ४२ नथी. ( अहवा-न कारवेइ, करंतं णाणुजाणइ मनसा २६ ) ! मनया ते प्रायतिपात ४२पता था भने ४२ना२नी मनुभाहना ४२ नथी. ( अहवा - न कारवेड, करतं णाणुजाणइ वयसा २७) Aथ क्यनयी प्रातिपात ४२वत। भने ३२ना२ना मनुमना र नया. (अहवा न कोरवेइ, करंतं णाणुजाणइ कायसा
श्री. भगवती सूत्र: