________________
(xvir)
Poudelia
- --- ---- - -- - --- ---- - - --- - - --- - --- - -
H
omsaamaanwrsampa
३
३०७
३०७
mr or mrrrr
३०७
mr
३०९
س
मुखकांतिकारकलेप अंतिमकथन
पंचदशपरिच्छेदः
शिरोरोगाधिकारः मंगलाचरण शिरोरोगकथनप्रतिज्ञा शिरोरोगोंके भेद क्रिमिज, क्षयनशिरोरोग सूर्यावर्त, अर्धावभेदकलक्षण शंखकलक्षण
३०८ रक्तपित्तज, वातकफजशिरोरोगके
विशिष्टलक्षण ३०९ शिरोरोगचिकित्सा क्रिमिनशिरोरोगघ्नयोग शिरोरोगका उपसंहार
कर्णरोगाधिकारः ३१० कर्णशूलकर्णनादलक्षण बधिर्यकर्ण व क्षोदलक्षण कर्णस्रावलक्षण पूर्तिकर्णकृमिकर्णलक्षण कर्णकण्डू, कर्णगूथ, कर्णप्रति
नादके लक्षण ३११ कर्णपाक, विधि, शोथ, .. ... अर्शका लक्षण ३११ वातजकर्णव्याधिचिकित्सा ३११ कर्णस्वेदन घृतपान आदि
। ३१२ कर्णरोगांतकवृत ...... ३१२
कफाधिककर्णरोगचिकित्सा ३१२ कृमिकर्ण, कर्णपाकचिकित्सा ३१२ क्रिमिनाशकयोग कर्णगत आगंतुमलचिकित्सा ३१३ पूतिकर्ण, कर्णस्राव, कर्णाश,
विद्रधि, चिकित्सा ३१३ कर्णरोगचिकित्साका उपसंहार ३१४
नासारोगाधिकारः ३१४ नासागतरोगवर्णनप्रतिज्ञा ३१४ पीनस लक्षण व चिकित्सा ३१४ पूतिनासाके लक्षण व चिकित्सा ३१४ नासापाकलक्षण व चिकित्सा प्यरक्तलक्षण व चिकित्सा दीप्तनासालक्षण व चिकित्सा ३१५ क्षवथुलक्षण व चिकित्सा आगंतुक्षवतु लक्षण
३१६ महाभ्रंशनलक्षण व चिकित्सा ३१६ नासाप्रतिनाहलक्षण व चिकित्सा ३१६ नासापरिस्रावलक्षण व चिकित्सा ३१६ नासापरिशोषलक्षण व चिकित्सा ३१६ नासागतरोगमें पथ्य सर्वनासारोगचिकित्सा नासार्श आदिकोंकी चिकित्सा ३१७ नासारोगका उपसंहार व मुखरोग
__ वर्णनप्रतिज्ञा ३१५ मुखरोगाधिकारः ३१८ मुखरोगोंके स्थान अष्ठविध ओष्टरोग वातपित्त, कफज, ओष्ठरोगों
लक्षण ३.१८
س
س
wwww w . ० ०
س
لم
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org