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नका नाम
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५७४
(न) २१ प्राणायाम के तीन भेद ५६२ | ५ शिक्षा प्राप्ति और नम्रता ६०८ २२ मन की चार प्रवृतियां. ५६३, ६ साधुकी प्रात्म साधना ६१० २३ संरंभ, समारंभ, श्रारंभ ५६४ | ७ पालोचना सुनने के अधिकारी ६१२ २४ त्यागी का लक्षण
५६५ |८ आवश्यक की आवश्यकता ६१५ २५ मन का भोग ले प्रत्यावर्तन ५६८ सत्रहवां अध्याय नर्क स्वर्ग निरूपण २६ अानव निरोध के साधन
१ नरकों के नाम २७ कमाँ का क्षय
५७२
२ परमाधार्मिक देवता २८ तप की महिमा
५७३ ३ नारकी के कष्टं
६३६ २६ वाह्यान्तर तप
४ देवगति वर्णन
६४४ ३० बाह्य तपों का विवेचन ५७५
५ ज्योतिषी देव
६४६ ३१ अनशन तप के भेद-प्रभेद ५७५
६ वैमानिक देव . . ६५० ३२ तपों के नक्शे
५७७ ७ नौ ग्रेवेयक
- ६५३ ३३ श्राभ्यन्तर तप
८ देव कहां जन्मते हैं
६६० ३४ इन्द्रियों की परवशता
अठारहवां अध्याय-मोक्ष स्वरूप सोलहवां अध्याय-अावश्यक कृत्य । १ विनीत के लक्षण १ कर्म से मुक्ति
२ अविनीत के लक्षण ६७० २ समभावी मुनि ६०० ३ विनय का फल
६७६ ३ कष्ट में क्षमा
६०२.४ गुण स्थानों का स्वरूप ६०० ४ सकाम मरण के भेद ६०६ ५ सच्चा सुख ।
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