________________
३१६
स्थानाङ्गसूत्रम्
१. युक्त और युक्त— कोई यान (सवारी का वाहन गाड़ी आदि) युक्त (बैल आदि से संयुक्त) और युक्त (वस्त्रादि से सुसज्जित) होता है।
२. युक्त और अयुक्त– कोई यान युक्त (बैल आदि से संयुक्त) होने पर भी अयुक्त (वस्त्रादि से सुसज्जित नहीं) होता है।
३. अयुक्त और युक्त— कोई यान अयुक्त (बैल आदि से असंयुक्त) होने पर भी युक्त (वस्त्रादि से सुसज्जित) होता है।
४. अयुक्त और अयुक्त— कोई यान न बैल आदि से ही संयुक्त होता है और न वस्त्रादि से ही सुसज्जित होता
इसी प्रकार पुरुष भी चार प्रकार के होते हैं, जैसे
१. युक्त और युक्त— कोई पुरुष धनादि से संयुक्त और योग्य आचार आदि से तथा योग्य वेष-भूषा से भी संयुक्त होता है।
२. युक्त और अयुक्त— कोई पुरुष धनादि से संयुक्त होने पर भी योग्य आचार और योग्य वेष-भूषादि से युक्त नहीं होता है।
३. अयुक्त और युक्त— कोई पुरुष धनादि से संयुक्त नहीं होने पर भी योग्य आचार और योग्य वेष-भूषादि से संयुक्त होता है।
४. अयुक्त और अयुक्त— कोई पुरुष न धनादि से ही युक्त होता है और न योग्य आचार वेष-भूषादि से ही युक्त होता है (३७१)।
३७२ – चत्तारि जाणा पण्णत्ता, तं जहा जुत्ते णाममेगे जुत्तपरिणते, जुत्ते णाममेगे अजुत्तपरिणते, अजुत्ते णाममेगे जुत्तपरिणते, अजुत्ते णाममेगे अजुत्तपरिणते।
एवामेव चत्तारि पुरिसजाया पण्णत्ता, तं जहा—जुत्ते णाममेगे जुत्तपरिणते, जुत्ते णाममेगे अजुत्तपरिणते, अजुत्ते णाममेगे जुत्तपरिणते, अजुत्ते णाममेगे अजुत्तपरिणते।
पुनः यान चार प्रकार के कहे गये हैं, जैसे
१. युक्त और युक्त-परिणत— कोई यान युक्त (बैल आदि से संयुक्त) और युक्त-परिणत (पहले योग्य सामग्री से युक्त न होने पर भी) बाद में सामग्री के भाव से परिणत हो जाता है।
२. युक्त और अयुक्त-परिणत— कोई यान बैल आदि से युक्त होने पर भी अयुक्त-परिणत होता है। ३. अयुक्त और युक्त-परिणत— कोई यान बैल आदि से अयुक्त होने पर भी युक्त-परिणत होता है।
४. अयुक्त और अयुक्त-परिणत— कोई यान न तो बैल आदि से युक्त ही होता है और न युक्त-परिणत ही होता है।
इसी प्रकार पुरुष भी चार प्रकार के कहे गये हैं, जैसे— १. युक्त और युक्त-परिणत— कोई पुरुष सत्कार्य से युक्त और युक्त-परिणत होता है। २. युक्त और अयुक्त-परिणत— कोई पुरुष सत्कार्य से युक्त होकर भी अयुक्त-परिणत होता है। ३. अयुक्त और युक्त-परिणत— कोई पुरुष सत्कार्य से युक्त न होने पर भी युक्त-परिणत जैसा होता है।