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श्री भंवरलाल एम. जैन श्री सुभाष चन्द्र दर्शनाचार्य
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श्री ज्ञानचन्द 'ज्ञानेन्द्र' पं. परमेष्ठीदास न्यायतीर्थ
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श्री एस. एम. जैन श्री घासीराम 'चन्द्र' श्री प्रकाशचन्द्र गोयल' श्री मूलचन्द पाटनी डा. महेन्द्रसागर प्रचण्डिया डा० सुरेशचन्द जैन श्री जमनालाल जैन डा. शान्ता भानावत डा. हुकमचन्द 'भारिल्ल' श्री कल्याणकुमार 'शशि'
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२५. प्यारा वीर स्वामी (कविता) २६. समस्याओं के समाधान में भ० महावीर के
उपदेशों का सामर्थ्य: २७. वसुधा पर उतरे वर्धमान (कविता) २८. जैनधर्म में स्त्रियों के अधिकार तथा
गोत्र परिवर्तन २६. भगवान महावीर के सम्बन्ध में कुछ ज्ञातव्य ३०. जगनायक तुम्हें नमन है (कविता) ३१. जैनधर्म की दृष्टि में हमारा जीवन व्यवहार ३२. अनेकान्त नमन (कविता) ३३. खुली आंख से दृश्य दीखते.... ३४. कुछ मुक्तक ०३५. अपरिग्रह या श्रमनिष्ठा ३६. जैनदर्शन में भाधनाविषयक चिन्तन ३७. सम्पूर्णता की राह में बाधक : क्रोध ३८. महावीर सन्देश सुनें तो संकट पास न आयें .. (कविता) ३६. अपरिग्रह के नये क्षितिज ४०. आवाज सुनी भाग गया (कविता) ४१. महावीर संस्तवन (कविता) ४२. प्रात्मा चिन्तामणि है ४३. जैनदर्शन में समन्वय भावना ४४. सन्मति का समन्वयात्मक सिद्धान्त स्याद्वाद ४५. इंसां कहाने का (कविता) ४६. महावीर का दिगम्बरत्व ४७. वृक्ष विंशतिका (कविता) ४८. जैनदर्शन में जीव का स्वरूप ४६. युग की चाल (कविता) ५०. अहिंसा के अंकुर ५१. जैन दृष्टि ५२. पञ्च मुक्तक (कविता) १३. भगवान महावीर और उनका सन्देश ५४. भगवान महावीर की अहिंसा का असली रूप
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डा. प्रेमसुमन पं. उदयचन्द्र 'प्रभाकर' पं. नाथूराम डोंगरीय श्री ज्ञानमती माताजी डा. नरेन्द्र भानावत डा. कन्छेदीलाल डा. विजय जैन 'प्रानन्द' डा. निजामउद्दीन पं. प्रेमचन्द 'दिवाकर' कुमारी प्रीति जैन कुवर प्रेमिल श्री शर्मनलाल 'सरस' डा. इन्द्रचन्द्र शास्त्री श्री लाड़लीप्रसाद जैन प्रो. सिताबचन्द सोमानी श्री व्योहार राजेन्द्रसिंह
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