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प्यारा वीर स्वामी
.भी भंवरलाल एम. जैन,
शिवगंज
[तर्ज-खमा रे खमा मारा.......... फिल्म बाबा रामदेव
खम्मा रे खम्मा मारा प्यारा वीर स्वामी ने-2 थोने तो ध्यावे आखो सुर लोकरे, आखो नर लोकरे पाताल रा धणीया................"खम्मा रे खम्मा
माँ त्रिशला रा जाया प्रभु सिद्धार्थ कुलराया चैत्र सुदी तेरस दिवसे जन्म खुशी मनाया पलभर वास्ते नारकी लोक भी सुख कुछ पाया
देव देवेन्द्र महोत्सव, मेरु शिखरे ठाठ से कराया छप्पन दिक् कुमारीका तो नृत्य रास रचाया रे""पाताल रा
सात हाथ शरीर मानने कंचनवरणी काया क्षत्रिय कुण्ड के वासी सिंह लंघन थे पाया मातंग यक्ष ने यक्षिणी सिद्धा तो कहलाया
चौद हजार साधु ने साध्वी छत्तीस हजार गराया ग्यारह गणधर तो थोरी चरणो री छाया रे""पाताल रा
बालपण री लीला थारी भक्तजनों ने लुभाया गुरुकुल में थारा सु पंडित पण चकराया भुजंग रूप में देव पाया उणने पण भगाया
मात-पितारो सच्चो प्रेमी सुख उणने पहुँचाया जद तक मात पिता है दीक्षा लेणी नहीं सुहाया रे"पाताल रा
तीस वर्ष री भर जवानी संयम मार्ग अपनाया साडा बारा वर्ष कठिन तपस्या में बिताया वैशाख सुदी दशमी ने केवलज्ञान पाया
मोठा-मोठा यज्ञो में होमता पशुत्रों ने बचाया "जीमो और जीने दो" का मंत्र तो सुनाया रे""पाताल रा
महावीर जयन्ती स्मारिका 76.
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