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उपरिलिखित स्फुट कहानियों के अतिरिक्त निम्नलिखित कथा - संकलन भी महत्वपूर्ण हैं -
ने क्या कहा ? (४) डा० हुकुमचन्द भारिल्लतीर्थङ्कर महावीर और उनका सर्वोदय तीर्थं । (५) डा० नरेन्द्र भानावत द्वारा सम्पादित: भगवान् महावीर : आधुनिक सन्दर्भ में । (६) श्री देवेन्द्र मुनि भगवान् महावीर : एक अनुशीलन । (७) मुनि श्री नथमल - भगवान् महावीर की साधना का रहस्य, श्रमण महावीर । (८) डा० शांता भानावतमहावीर - प्रोलखाण । ( ६ ) मुनि श्री नगराजमहावीर और बुद्ध की समसामयिकता । (१०) आचार्य श्री तुलसी- भगवान् महावीर । (११) आत्मकथा तथा संस्मरण - साहित्य में तीर्थङ्कर श्राचार्य श्री रजनीश - महावीर : मेरी दृष्टि में । महावीर : ( १२ ) जैन विद्या मनीषी श्री श्रीचंद रामपुरियातीर्थङ्कर वर्द्धमान । (१३) मुनि कल्याण विजयजीश्रमण भगवान् महावीर । (१४) उपाध्याय अमर मुनि- महावीर सिद्धांत और उपदेश (१५) जयभिक्खु भगवान् महावीर । ( १६ ) पद्मचंद शास्त्री - तीर्थङ्कर भगवान् महावीर ( १७ ) ऋषभदास शंका- महावीरः व्यक्तित्व, उपदेश और आचार मार्ग । (१८) आर्यिका ज्ञानमती तीर्थङ्कर महावीर और घर्मतीर्थ, भगवान महावीर कैसे बने ? (१६) मधुकर मुनिभगवान् महावीर का दिव्य जीवन, भगवान् महावीर के शिक्षा पद । ( २० ) सुपार्श्व कुमार जैन- महावीर वाणी । (२१) डा० भगवानदास तिवारी - महावीर वाणी । (२२) केशरचंद धूपिया - श्रमण भगवान्महावीर का आत्म विज्ञान । (२३) डा० हीरालाल जैन- महावीर युग और जीवन-दर्शन । (२४) जैनाचार्य विजयेन्द्र सूरि-तीर्थंकर महावीर ( भाग १ व २) । (२५) बेचरदास दोषी - महावीर वाणी । (२६) डा० देवेन्द्र कुमार शास्त्री तीर्थङ्कर महावीर (२७) डा० नेमीचंद जैन- वैशाली के राजकुमार । ( २८ ) जयकिशन प्रसाद खण्डेलवाल - तीर्थङ्कर वर्धमान महावीर । ( २ ) मुनि श्री यशोविजय- भगवान् महावीर और उनका तत्व-दर्शन । (३०) श्री राजेन्द्र मुनि भगवान् महावीर की १००८ सूक्तियां । (३१) श्रीगणेश मुनि भगवान् महावीर के हजार उपदेश । ( ३२ ) जयप्रकाश शर्मा - कुण्डलपुर के
महावीर जयन्ती स्मारिका 76
(१) महावीर के पावन प्रसंग - श्री रमेश मुनि । (२) धार्मिक कहानियाँ - प्राचार्य श्री हस्तीमल जी महाराज ( ३ ) जैन कहानियां भाग से २५ - मुनि श्री महेन्द्र कुमार जी प्रथम (४) जैन कथा मालाभाग १ से ६ : श्री मधुकर मुनि ( ५ ) लो कहानी सुनो, लो कथा कहदू - श्री भगवती मुनि 'निर्मल' ( ६ ) कथा कल्पतरु मुनि श्री छत्रमल ।
श्री सत्य भक्त ने 'महावीर का अन्तस्थल' नाम से आत्मकथा लिखी और मुनि श्री महेन्द्रकुमार 'कमल' ने 'भगवान् महावीर के प्रेरक संस्मरण' पद्य में लिखे ।
इसी प्रकार तीर्थंकर महावीर को लेकर हिन्दी में अनेक गद्य-काव्य तथा पद्य-गीत भी लिखे गये हैं ।
गद्य-काव्य में तीर्थङ्कर महावीर : सोहनराज कोठारी - 'महावीर : मेरी अनुभूतियों में' । समीक्षा - साहित्य में तीर्थङ्कर महावीर
सृजनात्मक अथवा ललित साहित्य के पश्चात् समीक्षात्मक साहित्य आता है जिसमें महावीर की जीवनी, उनके जीवन दर्शन का सम्यक् परिचय और समीक्षादि की प्राप्ति होती है । हिन्दी में भगवान् महावीर को लेकर शताधिक ग्रन्थ लिखे गये हैं परन्तु उनमें से प्रमुख तथा प्रतिष्ठित ग्रन्थों की सूची अधोलिखित रूप में है
( १ ) स्वर्गीय डा० नेमिचन्द्र शास्त्री ज्योतिषाचार्य - तीर्थङ्कर महावीर और उनकी प्राचार्य परम्परा ( चार खण्ड ) । (२) स्वामी सत्यभक्त - चतुर महावीर । ( ३ ) मुनि जयंत विजय मधुकर महावीर
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