Book Title: Mahavira Jayanti Smarika 1976
Author(s): Bhanvarlal Polyaka
Publisher: Rajasthan Jain Sabha Jaipur

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Page 353
________________ Jain Education International 3-28 अब भगवान महावीर के जीवनकाल का चित्र संवत् गतकली, विक्रम और ईसवी सन् तथा चांद्र तिथि और अग्रेजी तारीख या सन् प्रारम्भ से दिनों की गिनती में इस प्रकार है : संवत् । । घटना प्रसंग चांद्रतिथि स्थान वार संवत्विकम । ईसवीसन् अंग्रेजी तारीख | गतकलि | सपन कुण्डलपुर अधिक मान्यता २५०३ चैत्र शुक्ला १३ | शनि ५४२ वि. पू. | मध्य रात्रि । -५९८या। ५६६ ई. पू. १६ मार्च या वर्ष का ७८ वां दिन २५०५ जयधवला नुसार -५३६ या ५४० वि. पू. J-५६६ या ५६७ ई. पू. २५ फरवरी या वर्ष का ५६ वां दिन दीक्षा | सर्व मान्य सोम अज्ञात For Private & Personal Use Only २५३३ ।-५११ या मार्ग शीर्ष कृष्णा ५१२ वि. पू. | १० समय अज्ञात -५६८ या ५६६ ई. पू. २१ अक्टूबर या वर्ष का २६५ वां दिन जूमिका केवल गांव | प्राप्ति -४९८ या द्वि. बैसाख शुक्ल ४६६ वि. पू. | १० दिन के तीसरे पहर रवि -५५५ या १९ अप्रेल या वर्ष का १०६ वां दिन पावापुरी| निर्वाण । २५७५ |-४६६ या कार्तिक कृष्णा ३० सोम | -५२६ या ४७० वि. पू. | मध्य रात्रि ५२७ ई. पू. | १३ सितम्बर या वर्ष का २५६ वां दिन महावीर जयन्ती स्मारिका 76 ___ इस विवरण में सवत् प्रारम्भ चैत्र शुक्ला १ तथा पूर्णिमान्त चांद्रमास का प्रयोग किया है । कई विद्वान एवं गणनाकारों के लेखों से सहायता लेने पर भी भूल नहीं होने का दावा नहीं कर सकता। पाठकगण समीक्षा व्यक्त करेंगे और स्पष्टता होगी। www.jainelibrary.org

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