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उत्तर - अरिहन्त भगवन्तको सुदेव कहते हैं, क्यों कि वे सर्व दोषोंसे
कहते हैं, क्यों कि उनमें
रहित हैं । सिद्ध भगवन्तको भी सुदेव भी कोई दोष नहीं है ।
प्रश्न --- सुगुरु किसे कहते हैं ?
उत्तर—जो स्वयं तिरें और दूसरोंको तारें उनको सुगुरु कहते हैं । उनके
मुख्य लक्षण पाँच महाव्रत, पाँच आचार तथा पाँच समिति और तीन गुप्तिका पालन है ।
प्रश्न -- सुधर्म किसे कहते हैं ?
उत्तर- -जो केवली भगवन्तद्वारा कथित हो उसको सुधर्म कहते हैं । प्रश्न - बारह व्रतोंके नाम क्या हैं ?
उत्तर- (१) स्थूल प्राणातिपात विरमण व्रत |
(२) स्थूल - मृषावाद - विरमण-व्रत ।
(३)
स्थूल - अदत्तादान-विरमण व्रत ।
(४) परदारागमन - विरमण-व्रत । (५)
परिग्रह - परिमाण - व्रत |
(६) दिक्-परिमाण - व्रत |
(७) उपभोग - परिभोग - परिमाण - व्रत |
(८) अनर्थदण्ड - विरमण-व्रत ।
( ९ )
सामायिक- व्रत |
(१०) देशावकाशिक- व्रत |
(११) पोषधोपवास-व्रत ।
(१२) अतिथि- संविभाग- व्रत |
प्रश्न- इन व्रतोंके कितने विभाग होते हैं ?
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