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शब्दार्थ
सरल है। अर्थ-सङ्कलना
भरतेश्वर, बाहुबली, अभयकुमार, ढंढणकुमार, श्रोयक, अणिकापुत्र, अतिमुक्त और नागदत्त ।।१।।
मेतार्यमुनि, स्थूलभद्र, वज्रऋषि, नंदिषेण, सिंहगिरि, कृतपुण्य, सुकोशलमुनि, पुण्डरीक, केशी और करकण्डू ( प्रत्येक बुद्ध ) ।।२।।
हल्ल, विहल्ल, सुदर्शन सेठ, शाल और महाशाल मुनि, शालिभद्र, भद्रबाहु स्वामी, दशार्णभद्र, प्रसन्नचन्द्र राजर्षि और यशोभद्रसूरि ॥३॥ ___जम्बूस्वामी, वङ्कचूल राजकुमार, गजसुकुमाल, अवन्तिसुकुमाल, धन्नो (न्य), इलाचीपुत्र, चिलातीपुत्र और बाहुमुनि ।।४।।
आर्यमहागिरि, आर्य रक्षित, आर्य सुहस्तिसूरि, उदायन राजर्षि, मनककुमार और मूलदेव (राजा) ।।५।।
प्रभवस्वामी, विष्णुकुमार, आर्द्रकुमार, दृढप्रहारी, श्रेयांस, कूरगडू साधु, शय्यम्भव-स्वामी और मेघकुमार ॥६॥
इत्यादि जो महापुरुष अनेक गुणोंसे युक्त हैं और जिनका नाम लेनेसे पापके दृढबन्ध नष्ट हो जाते हैं, वे सुख प्रदान करें॥७॥
सुलसा, चन्दनबाला, मनोरमा, मदनरेखा, दमयन्ती, नर्मदासुन्दरी, सीता, नन्दा, भद्रा और सुभद्रा ।।८।।
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