Book Title: Gnatadharmkathanga Sutram Part 01
Author(s): Kanhaiyalalji Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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शाताधर्म कथानमत्रे मनात एकत्रीकरणेन=चित्तैकाग्रत्व विधानेन अभिगच्छतीत्यनेन सम्बन्धः, यत्रैव श्रमणो भगवान् महावीरस्तत्रै योपागच्छति उपागत्य श्रमणं३ त्रिकृत्वः आदक्षिण प्रदक्षिणं करोति कृत्वा वन्दते नमस्यति, वन्दित्वा नमस्थित्वा श्रमणस्य३ नात्यासन्ने नातिदूरे शुश्रषमाणः नमस्यन् अञ्जलिपुटे कृत्वा विनयेन पर्युपाते। ततःखलु श्रमणो भगवान महावीरः मेघकुमारस्य तस्याश्च महइमहालयाए' अलंकार आदि जो अचित्त द्रव्य है उसका परित्याग नही करना, इनमें भी जो छत्र खङ्ग बाहन मुकुट चोमर, आदिरूप जो राज्य भूति है उसका तो त्याग ही करना कहा गया है। विना सीह हई एक शाटिका से उगरासंग करना भगवान को देखते ही दोनों हाथ जोडना, और चित्त की एकाग्रता करना। (जेणामेक्समणे भगवं महावीरे तेणामेव उवागच्छइ) उस तरफ जाकर जहां भगवान महावीर विराजमान थे वहां पहुँचे। (उवाच्छिता समण भगवं महावोरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ) पहुँच कर उन्होंने श्रमण भगवान महावीर को तीन वार आदक्षिण प्रदक्षिण पूर्वक नमस्कार किया। (करित्ता बंदइ, णमंसह) नमस्कार करके उनकी बन्दना की पुनः नमस्कार किया। (वंदित्ता णमंसित्ता) वंदना नमस्कार करके (समणस्स भगवओ महावीरस्स नाइदुरे नच्चासन्ने सुस्मूसमाणे नमं. समाण अंजलि उडे अभिमुहे विणएणं पज्जुवासइ) फिरवे भगवान महावीर के न अधिक पास और न अधिक दूर बडे विनय के साथ दोनों हाथ जोड कर सनमुख बैठ गथे। (तएणं समणे भगवं महावीरे मेघकुमारस्प्स પણ જે છત્ર, ખડ, વાહન, મુકુટ, ચામર વગેરે જે રાજ્ય વિભૂતિ છે, તેમને તે ત્યાગ કરે જ કહેવામાં આવ્યું છે. વગર સીવેલી એક શાંટિકાથી ઉત્તરાસંગ કરીને भगवान ने नन मने हाथ सेवा, मने वित्त मे ४२. (जेणामेव समणे भगव महावीरे तेणामेव उबागच्छइ) त्यां ने न्यi लावान महावीर पाता तो त्यां पांच्या. ( उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो
आयाहिणं पया हिणं करेइ) पडायाने तेभणे श्रमाय मगवान महावीरने त्रशुवार । क्षिक्षिण पूर्व वा वा२ नम२४।२४ा. (करित्ता वंदइ, णमंसइ) नभ२४।२ शन तेभनी पहना ४२॥ मने ५ नमः॥२ ४ा. (वंदित्ता णमंसित्ता) वहन भने नभ२४४२ ४ीने ( समणस्स भगवओ महावीरस्स नाइदूरे नच्चासन्ने सुस्सू समाणे णमंसमारणे अंजलिउडे अभिमुहे विण एणं पज्जुवासइ) पछी તેઓ ભગવાન મહાવીરની વધારે નજીક પણ નહિ અને વધારે દૂર પણ નહિ; વળી माइन नम्र सावे मान डाय डीन सामे मेसी गया. (तएणं समणे भगवं
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