Book Title: Gnatadharmkathanga Sutram Part 01
Author(s): Kanhaiyalalji Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 698
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir www.kobatirth.org ज्ञाताधर्म कथाजम मवादिष्टाम्.. आज्ञापयतः 'खिप्पामेव' क्षिप्रमेव 'लहुकरणजुत्ते जोइयं' लघुकरणयुक्तयोजितम् तत्र-लघुकरणेन-गमनादिक्रियादक्षत्वेन युक्ताः ये पुरुषास्तैः, योजितं यन्त्रयूपादिभिः सम्बन्धितम्. अस्य प्रवहणमित्यनेन सम्बन्धः 'समखुरवालिहाणसमलिहियतिक्खग्गसिंगरहिं' समखुर बालधानसमलिखिततीक्ष्णाग्रशृङ्गकाभ्याम्. तत्र-सम-समौ-समानौ खुरौ, बालधानौ-पुच्छौ, समखुरबालधानौ तथा समसमे-तुल्ये, लिखिते-शस्त्रा. पसारितबाह्यत्वचे, तीक्ष्णाग्रश्रृङ्गे ययोः तौ, तथा समखुरबालधानी च समलिखिततीक्ष्णाग्रशृङ्गको चेति कर्मधारयः ताभ्याम् 'रययमयघंटसुत्तरज्जु पवरकंचणखचियणत्थपग्गहोचग्गहिएहिं' रजतमयघण्टामूत्ररज्जुपवरकाञ्चनखचितनस्तप्रग्रहोपगृहीताभ्याम् तत्र-रजतमये-रूप्यनिर्मिते घण्टे क्षुद्रघण्टि के गलप्रदेशे बंद्ध ययोस्तौ तथा-सूत्ररज्जू-कार्पासिक-तन्तु निर्मिते रज्जु. मये प्रवरकाञ्चनखचिते ये 'नत्थे।' नस्ते-तयोः प्रग्रहौ रश्मीनस्त(खिप्पामेव लहुकरण जुत्त जोइयं पवहणं उवणेह) तुमलोग शीघ्र ही लघुकरण युक्त पुरुषों द्वारा यंत्रयूपादि से संबंधित किये हुए एक पवहण-शकटको ले आओ भाषा में इसे सेज-गाडी कहते हैं। जो (पवरगोण जुवाणएहिं जुत्त मेव) तरुण एवं उत्तम बैलों से सर्वथा युक्त हो (समखुर बालिहाण समलिहियतिकावग्गसिंगएहिं) ये बैल भी समान खुरों वाले हो एक सी पूछोवाले हों तथा शस्त्र से ऊपर की खाल छिल जाने से जिनके अग्रभाग नुकीले बने रहे हैं ऐसे एक से सींगों वाले हों (रययमयघंट, सुत्तरज्जुपवाकंचण खचियणस्थपग्गहोवहिएहिं) चादी के घंटिकाएँ जिनके गले में बँधी हुई (सदावित्ता) मायावी२ तेभने (एवं वयासी) मा प्रमाणे ४यु (खिप्पामेवं लहुकरण जुतजोइय पवहण उवणेह) तभे सत्वरे आधु४२५१ युक्त पुरुषो वडेय यू५ वगेरेथा સંપન્ન એક પ્રવાહણ–ગાડાને લાવે. ભાષામાં પ્રવહણ-શકટને “સેજગાડી' કહે છે. (ઘોડાગાડીની જેમ આવી “સેજગાડી પણ ચોમેર અને ઉપર એમ સરસ આવરણથી આચ્છાદિત રહે છે. માણસ આરામથી આમાં અવરજવર કરી શકે છે એટલા માટે मेने 'सेausl४९ छ.) ते सेrus (पवरगोणजुवाणएहि जुत्तमेव) दुवान मने उत्तम मnatणी डावी. डावी नये. (समखुरबालिहाणसमलिहियतिक्खग्गसिंगएहि) मह सभी पूछ वाणा तेभर मगर पड़े . ६५२ ઉપરથી જેમનું ચામડુ છેલી નંખાયું છે અને તેથી જેમનાં શિંગડાંનાં આગળના ભાગ અણીદાર થઈ ગયા ગયા છે તેવા સરખા શિંગડાંવાળા હોવા જોઈએ. (रययमयघंटमुत्तरज्जुपवरकंचणखचियणत्थपग्गहोवग्गहिएहि) यांनी For Private and Personal Use Only

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