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XLVIII
पुण्य-पाप तत्त्व
जैन का और प्रकाशक संस्था का भी आभारी हूँ। इस भूमिका लेखन में हु विलम्ब के लिए मैं न केवल लेखक, सम्पादक और प्रकाशक संस्था से अपितु उन सुधी पाठकों से भी क्षमायाचना करता हूँ जिन्हें सुदीर्घ अवधि तक प्रतीक्षारत रहना पड़ा ।
संदर्भ सूची
अभिधान राजेन्द्र कोष, खण्ड 5, पृष्ठ 876
जैन सिद्धांत बोल-संग्रह, भाग - 3, पृष्ठ 182
1.
2.
3.
4.
5.
6.
जैन धर्म, पृष्ठ 84
7.
समयसार नाटक उत्थानिका, 28
8.
भगवती सूत्र 7/10/121
9.
स्थानांग, 9
10. भगवद्गीता 18.17
11.
12.
13.
14.
15. अनुयोगद्वारसूत्र, 129
16.
तत्त्वार्थ सूत्र 6/4
योगशास्त्र 4/107
स्थानांग टीका, 1.11-12
धम्मपद, 249
सूत्रकृतांग, 2/6/27-42
जैन धर्म, पृष्ठ 160
दर्शन और चिंतन, खण्ड 2, पृष्ठ 226
दशवैकालिक सूत्र, 129
17. सूत्रकृतांग 2/2/4, पृष्ठ 104
18.
दशवैकालिक 6/11
19.
कर्मग्रन्थ, प्रथम भाग, भूमिका, पृष्ठ 25-26
वैशाख शुक्ला 10, वीर निर्वाण सम्वत् 2526
(केवलज्ञान दिवस)
शाजापुर (म.प्र.)
सागरमल जैन मानद् निदेशक
पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी