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विषयानुक्रम
५. पञ्चम प्रस्ताव
१-११४
२-४
पात्र एवं स्थान सूची १. माया और स्तेय से परिचय २. नर-नारी शरीर-लक्षण ३. आकाश-युद्ध ४. रत्नचूड की आत्मकथा ५. विमल, रत्नचूड और पाम्रमंजरी ६. विमल का उत्थान : देवदर्शन ७. विमल का उत्थान : गुरु-तत्त्व-परिचय ८. दुर्जनता और सज्जनता ६. विमल-कृत भगवत्स्तुति १०. मित्र-मिलन : सूरि-संकेत ११. प्रतिबोध-योजना १२. उग्र दिव्य-दर्शन १३. बुधसूरि : स्वरूप-दर्शन १४. पारमार्थिक आनन्द १५. बठरगुरु कथा १६. कथा का उपनय एवं कथा का शेष भाग १७. बुधाचार्य-चरित्र १८. घ्राण-परिचय : भुजंगता के खेल १६. मोहराज और चारित्रधर्मराज का युद्ध २०. विमल की दीक्षा २१. वामदेव का पलायन २२. वामदेव का अन्त एवं भव-भ्रमण
उपसंहार
५-६ १०-१८ १६-२१ २२-२६ २६-२८ २६-३२ ३२-४० ४०-४६ ४७-५० ५१-५४ ५४-५६ ६०-६३ ६३-७२ ७२-७४ ७४-७७ ७८-८३ ८४-८६ ८६-६० ६०-१०३ १०३-१०४ १०५-१०७ १०७-११३
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