Book Title: Upmiti Bhav Prakasha Katha Part 1 and 2
Author(s): Siddharshi Gani, Vinaysagar
Publisher: Rajasthan Prakrit Bharti Sansthan Jaipur
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प्रस्ताव सातवां
पात्र-स्थानादि परिचय स्थल मुख्य पात्र परिचय
सामान्य पात्र परिचय साह्लाद नगर जीमूत साह्लाद नगर का राजा, सिद्धार्थ ज्योतिषी (बहिरंग)
घनवाहन का पिता लीलादेवी जीमूत राजा की पटरानी, प्रियंकरी बधाई देने धनवाहन की माता
वाली दासी घनवाहन कथानायक, संसारी जीव नारद जीमूत राजा
का छोटा भाई,
अकलंक का पिता मदनमंजरी घनवाहन की रानी पद्मा नीरद की पत्नी,
अकलंक की
माता प्रकलंक धनवाहन का मित्र,
घनवाहन के चाचा का पुत्र बुधनंदन प्रथम मुनि लोकोदर में आग देखकर (उद्यान)
वैराग्य पाने वाला द्वितीय मुनि मदिरालय देखकर वैराग्य
पाने वाला तृतीय मुनि अरघट्ट यंत्र देखकर वैराग्य
पाने वाला चतुर्थ मुनि सन्निपात/उन्माद देखकर
वैराग्य पाने वाला पंचम मुनि चार व्यापारी का कथानक
सुनकर वैराग्य पाने वाला चारु । वसंतपुर निवासी योग्य । व्यापार हेतु रत्नहितज्ञ द्वीप गये हुए चार
मूढ़ मित्र व्यापारी छठा मुनि संसृति नगर के बाजार को
देखकर वैराग्य पाने वाला कोविद मुनिवृन्द के प्राचार्य सदागम चारित्रधर्मराज
प्रेरित उपदेशक (अंतरंग) परिग्रह रागकेसरी का ५वां पुत्र, महामोह चित्तवृत्ति सागर का मित्र
अटवी का महाराजा
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