Book Title: Upmiti Bhav Prakasha Katha Part 1 and 2
Author(s): Siddharshi Gani, Vinaysagar
Publisher: Rajasthan Prakrit Bharti Sansthan Jaipur
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प्रस्ताव ८:पात्र परिचय
(अन्तरंग) पुण्योदय । सदागम
गुणधारण के अन्तरंग मित्र सात राजा सुखासिका गुणधारण की अन्तरंग
सखी
कन्दमुनि छद्मस्थ विद्वान् साधु,
भविष्य में होने वाली महा
भद्रा और प्रज्ञाविशाला निर्मलाचार्य केवलज्ञानी, उपदेशक
--- दशकन्या परिचयचित्तसौन्दर्य शुभपरिणाम चित्तसौन्दर्य नगर का राजा नगर निष्प्रकम्पता राजा शुभपरिणाम की (अन्तरंग)
रानी चारुता राजा शुभपरिणाम की
रानी १. क्षान्ति रानी निष्प्रकम्पता
की पुत्री २. दया रानी चारुता की पुत्री शुभ्रमानस शुभाभिसन्धि शुभ्रमानस नगर का नगर
राजा (अन्तरंग) वरता राजा शुभाभिसन्धि
की रानी वर्यता राजा शुभाभिसन्धि
की रानी ३. मृदुता रानी वरता की पुत्री
४. सत्यता रानी वयंता की पुत्री विशद शुद्धाभिसन्धि विशदमानस नगर
का राजा नगर शुद्धता राजा शुद्धाभिसन्धि (अन्तरंग)
की रानी पापभीरुता राजा शुद्धाभिसन्धि
की रानी ५. ऋजुता रानी शुद्धता की पुत्री ६. अचौरता रानी पापभीरुता की पुत्री
मानस
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