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उपमिति-भव-प्रपंच का
शुभ्रचित्तपुर सदाशय शुभ्रचित्तपुर का राजा (अन्तरंग) वरेण्यता राजा सदाशय की रानी ७. ब्रह्मरति सदाशय-वरेण्यता की
पुत्री ८. मुक्तता सदाशय-वरेण्यता की
धर्म ।
पुत्री
दो अन्तरंग श्वेत पुरुष
शुक्ल )
पीता ।
६. विद्या सेनापति सम्यगदर्शन
की पुत्री १०. निरीहता चारित्रधर्मराज-विरति पद्मा र
की पूत्री जनतारण गुणधारण का पुत्र
तीन सुन्दर परि
शुक्ला चारिकाएँ (लेणी
अवेयक देव
ग्रेवेयक १:२:३:४:५
संसारी जीव देव के रूप में
सिंहपुर (बहिरंग)
गंगाधर संसारी जीव, महेन्द्र
वीणा का पुत्र सुघोषाचार्य जैनाचार्य, गंगाधर
के उपदेशक
शंखनगर महागिरि (बहिरंग) भद्रा
सिंह
साता गौरव )
सहयोगी
धर्मबंधु
शंखनगर का राजा
ऋद्धि गौरव । राजा महागिरि की
शैलराज के रानी
रस गौरव अन्तरंग संसारी जीव, महागिरि- साता गौरव ) भद्रा का पुत्र मुनि, सिंह के धर्म गुरु आर्त्ताशय । गौरवों के
रौद्राभिसन्धि अनुयायी कृष्णा, नीला, परिचारिकाएँ, कापोता लेश्याएँ, प्रार्ता
शय और रौद्राभिसन्धि की सेविकाएँ
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