Book Title: Upmiti Bhav Prakasha Katha Part 1 and 2
Author(s): Siddharshi Gani, Vinaysagar
Publisher: Rajasthan Prakrit Bharti Sansthan Jaipur
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उपमिति-भव-प्रपंच कथा
चपल
अचल का भाई, रत्नशिखा मणिप्रभ की रत्नचूड का विरोधी
पुत्री, मेघनाद चूतमंजरी विद्याधर रत्नचूड
की पत्नी, की पत्नी, मणिप्रभ मरिणशिखा मणिप्रभ की की पौत्री, रत्न
पुत्री, अमितप्रभ शेखर की पुत्री
की पत्नी वंशवृक्ष मणिप्रभ-कनकशिखा
रत्नशेखर (रतिकान्ता)
रत्नशिखा (मेघनाद)
मरिणशिखा (अमितप्रभ)
चूतमंजरी पुत्री
रत्नचूड
अचल
चपल
चन्दन
सिद्धि-पुत्र, रत्न- मुखर शेखर का मित्र परोपकारी प्राचार्य
जासूस, रत्नचूड का चर
बुधाचार्य
भव ग्राम स्वरूप सारगुरु (शिव मन्दिर) बठरगुरु
बठर गुरु कथा शैवाचार्य तस्करों द्वारा आरोपित शैवाचार्य सारगुरु का नाम
चोर आदि महेश्वर
शिव भक्त
बुध चरित्र के पात्र
शुभविपाक
घरातल नगर (अन्तरंग)
धरातल नगर का राजा, बुधाचार्य का पिता राजा शुभविपाक की रानी, बुधाचार्य की माता
निजसाधुता
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