Book Title: Namo Purisavaragandh Hatthinam
Author(s): Dharmchand Jain and Others
Publisher: Akhil Bharatiya Jain Ratna Hiteshi Shravak Sangh
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अध्यात्मयोगी युगमनीषी आचार्य श्री हस्तीमल जी महाराज: जीवन रेखा
पनाम
जन्मस्थान
पिताजी माताजी दादाजी दादीजी नानाजी नानीजी दीक्षा-तिथि दीक्षा-स्थान दीक्षा के समय वय संस्कार पदात्री गुरुणी संस्कार-पदाता गुरु दीक्षा-प्रदातागुरु अध्यापन अध्ययन विपय संघ नायक के रूप में चयन आचार्यपद आरोहण
- श्री गजेन्द्राचार्य, श्री गजमुनि जी म.सा. - विक्रम सं. 1967, पौष शुक्ला चतुर्दशी, 13 जनवरी 1911 - पीपाड़ सिटी, जिला- जोधपुर (राज.) - सुश्रावक श्री केवलचन्द जी बोहरा 'ओसवंश' -- सुश्राविका श्रीमती रूपकंवर (रूपादेवी) जी - सुश्रावक श्री दानमल जी बोहरा - सुश्राविका निवज्जाबाई (नौज्यांबाई) - सुश्रावक श्री गिरधारीलाल जी मुणोत - सुश्राविका श्रीमती चन्द्राबाई मुणोत - वि.सं.1977, माघ शुक्ला द्वितीय द्वितीय गुरुवार, 10 फरवरी 1921 || - अजमेर (राज.) - दस वर्ष 18 दिन - महासती श्री धनकंवर जी म.सा. - स्वामी श्री हरखचन्द जी म.सा. - आचार्यप्रवर पूज्य श्री 1008 श्री शोभाचन्द्र जी म.सा. - पण्डित दुःखमोचन जी 'झा' - जैन आगम, संस्कृत, प्राकृत, हिन्दी तथा जैन-जैनेतर दर्शन-शास्त्र - साढ़े पन्द्रह वर्ष - वि.सं.1987, वैशाख शुक्ला तृतीया गुरुवार को जोधपुर के |
सिंहपोल में। (वय 19 वर्ष 3 माह 19 दिन) - राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, कर्नाटक,
आन्ध्रप्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली, हरियाणा आदि। - आध्यात्मिक आनन्द में रमण करने वाले अद्भुत अध्यात्म-योगी।
विचरण-क्षेत्र
मौलिक विशेषताएँ