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सद्धर्ममण्डनम् । शीतल लेश्याके प्रयोग करने में उत्कृष्ट पांच क्रिया नहीं लगती है यह इस प्रकरणमें विस्तारके साथ बताया जा चुका है अतः शीतल लेश्याका प्रयोग करके मरते जीवकी रक्षा करनेमें पांच क्रिया लगनेका दोष बतलाना मिथ्या दृष्टियोंका काट समझना चाहिये।
(इति लब्ध्यधिकारः)
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