Book Title: Bhagwati Sutra Part 02
Author(s): Kanakprabhashreeji, Mahendrakumar Muni, Dhananjaykumar Muni
Publisher: Jain Vishva Bharati
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भगवती सूत्र
श. २० : उ. ५ : सू. ३३-३६ और शुक्ल (बहुवचन) हैं। २५. स्यात् काला (बहुवचन), नीला (बहुवचन), लाल, पीला (बहुवचन) और शुक्ल है। २६. स्यात् काला (बहुवचन), नीला (बहुवचन), लाल (बहुवचन), पीला और शुक्ल है। ये पंच संयोग से छब्बीस भंग होते हैं। इस प्रकार पूर्वापर-सहित एक, दो, तीन, चार और पांच संयोगों से दो सौ इकत्तीस भंग होते हैं। गंध की सात-प्रदेशी स्कंध की भांति वक्तव्यता। रस की इसके ही वर्ण की भांति वक्तव्यता। स्पर्श की चार-प्रदेशी स्कंध की भांति वक्तव्यता। ३४. भंते! नौ-प्रदेशी स्कंध-पृच्छा। गौतम! आठ-प्रदेशी स्कंध की भांति एक वर्ण वाला है। यावत् स्यात् चार स्पर्श प्रज्ञप्त हैं। यदि एक वर्ण वाला है? एक वर्ण, दो वर्ण, तीन वर्ण और चार वर्ण की आठ-प्रदेशी स्कंध की भांति वक्तव्यता। यदि पांच वर्ण वाला है? १. स्यात् काला, नीला, लाल, पीला और शुक्ल है? २. स्यात् काला, नीला, लाल, पीला और शुक्ल (बहुवचन) हैं। इस परिपाटी से इकतीस भंग वक्तव्य हैं यावत् ३१. स्यात् काला (बहुवचन), नीला (बहुवचन), लाल (बहुवचन), पीला (बहुवचन) और शुक्ल है। ये इकतीस भंग हैं। इस प्रकार एक, दो, तीन, चार और पांच संयोगों से दो सौ छत्तीस भंग होते हैं। गंध की आठ-प्रदेशी स्कंध की भांति वक्तव्यता। रस की इसके ही वर्ण की भांति वक्तव्यता। स्पर्श की चार-प्रदेशी स्कंध की भांति वक्तव्यता। ३५. भंते! दस-प्रदेशी स्कंध-पृच्छा। गौतम ! नौ-प्रदेशी स्कंध की भांति स्यात् एक वर्ण वाला है यावत् स्यात् चार स्पर्श प्रज्ञप्त
यदि एक वर्ण वाला है? एक वर्ण, दो वर्ण, तीन वर्ण, चार वर्ण की नौ-प्रदेशी स्कंध की भांति वक्तव्यता। पांच वर्ण की उसी प्रकार वक्तव्यता, इतना विशेष है-बत्तीसवां भंग कहा गया है। इस प्रकार एक, दो, तीन, चार और पांच संयोगों से दो सौ सैंतीस भंग होते हैं। गंध की नौ-प्रदेशी स्कंध की भांति वक्तव्यता। रस की इसके ही वर्ण की भांति वक्तव्यता। स्पर्श की चार-प्रदेशी स्कंध की भांति वक्तव्यता। दश-प्रदेशी स्कंध की भांति संख्येय-प्रदेशी की वक्तव्यता। इसी प्रकार असंख्येय-प्रदेशी की वक्तव्यता, इसी प्रकार सूक्ष्म
-परिणत अनंत-प्रदेशी स्कंध की वक्तव्यता। ३६. भंते! बादर-परिणत अनंत-प्रदेशी स्कंध कितने वर्ण वाला है?
इस प्रकार अठारहवें शतक (भ. १८/११७) की भांति वक्तव्यता यावत् आठ स्पर्श प्रज्ञप्त हैं। वर्ण, गंध, रस की दस-प्रदेशी स्कंध की भांति वक्तव्यता। यदि चार स्पर्श वाला है? १. सर्व कर्कश, सर्व गुरु, सर्व शीत और सर्व स्निग्ध है। २. सर्व कर्कश, सर्व गुरु, सर्व शीत और सर्व रूक्ष है। ३. सर्व कर्कश, सर्व गुरु, सर्व उष्ण
और सर्व स्निग्ध है। ४. सर्व कर्कश, सर्व गुरु, सर्व उष्ण और सर्व रूक्ष है। ५. सर्व कर्कश, सर्व लघु, सर्व शीत और सर्व स्निग्ध है। ६. सर्व कर्कश, सर्व लघु, सर्व शीत
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