Book Title: Bhagwati Sutra Part 02
Author(s): Kanakprabhashreeji, Mahendrakumar Muni, Dhananjaykumar Muni
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 567
________________ पृष्ठ सूत्र पंक्ति पृष्ठ | सूत्र पक्ति अशुद्ध ८०८ १९० ३ | जैसे स्थिति पृष्ठासूत्र चक्ति ८१० २०२] २ अशुद्ध गौतम! सर्वकाल। ७ अशुद्ध स्कन्धों की (म. २५/१७८) । (अनेक) स्कन्धों की (भ. २५/१७५) (अनेक) स्कन्धों की (भ. २५/१७६) स्कन्ध.....? पृच्छा। गौतम! ओघादेश स्कन्धों (भ. २५/१७८) की । (अनेक) स्कन्धों (भ. २५/१७५) की (अनेक) स्कन्धों (भ. २५/१७६) की गौतम ! ((अनेक) परमाणु-पुद्गल काल की दृष्टि से निरेज) सर्वकाल (रहता है)। ८१०/२०३| १ | के , ३ गौतम! स्वस्थानान्तर ३,४ | की वक्तव्यता। २ | है.......? पृच्छा । ३ गौतम! कर्कश जैसे ((एक) परमाणु-पुद्गल यावत् | (एक) अनन्त प्रदेशिक स्कन्ध (भ. २५/१८८) तथा (अनेक) परमाणुपुद्गल यावत् (अनेक) अनन्त प्रदेशिक स्कन्ध (भ. २५/१८९) की) स्थिति की अपेक्षा वक्तव्यता। है पृच्छा । गौतम ! ((एक) अनन्तप्रदेशिकस्कन्ध कर्कशअपेक्षा) स्यात् हैं पृच्छा । गौतम ! ((अनेक) अनन्तप्रदेशिक अपेक्षा-) ओघादेश १७९/ २ स्कन्ध-पृच्छा। गौतम ! ((अनेक) संख्येयप्रदेशिक पुद्गल-स्कन्ध प्रदेश की अपेक्षा) ओघादेश स्कन्ध भी, (अनेक) स्कन्ध भी (वक्तव्य हैं)। ३ | अपेक्षा से जघन्यतः १ एक | गौतम! ((एक) परमाणु-पुद्गल की सैज अवस्था के काल का अन्तर) स्वस्थानान्तर अपेक्षा जघन्यतः (एक) की) | गौतम ! ((एक) परमाणु-पुद्गल की निरेज अवस्था के काल का अन्तर) स्वस्थानान्तर अपेक्षा जघन्यतः २०४| ३ | गौतम! स्वस्थानान्तर स्कन्ध, (अनेक) स्कन्ध वक्तव्य हैं। १८० | १ | है......? पृच्छा। १८० | २ गौतम! कृतयुग्म अपेक्षा स्यात् | हैं......? पृच्छा । | गौतम! अनन्त-प्रदेशी | अपेक्षा ओघादेश गौतम । ((एक) परमाणु-पुद्गल) ३ | अपेक्षा से जघन्यतः कृतयुग्म ५ पर्यव भी वक्तव्य हैं। पर्यवों की अपेक्षा भी (अनन्तप्रदेशिक ....? पृच्छा। १ अवस्था......? पृच्छा। २ गौतम! स्वस्थानान्तर ,, १८१ २ गौतम! कृतयुग्म २ गौतम! कृतयुग्म १९ गौतम ! ((एक) द्विप्रदेशिक स्कन्ध) कृतयुग्मगौतम ! ((एक) त्रिप्रदेशिक स्कन्थ) कृतयुग्मगौतम! ((एक) चतुःप्रदेशिक स्कन्ध) स्यात् यावत् (एक) १ १ २ (एक का) गौतम! स्वस्थानान्तर गौतम ! स्यात् अवस्था का पृच्छा। गौतम! ((एक) द्विप्रदेशिक स्कन्ध की | सैज अवस्था के काल का अन्तर) स्वस्थानान्तर ((एक) की) गौतम ! ((एक) द्विप्रदेशिक स्कन्ध की निरैज अवस्था के काल का अन्तर) स्वस्थानान्तर अपेक्षा जघन्यतः की सैज गौतम ! ((अनेक) परमाणु-पुद्गलों की सैज अवस्था के काल का) अन्तर (परमाणु-पुद्गलों की) गौतम! ((अनेक) परमाणु-पुद्गलों की निरेज अवस्था के काल का) अन्तर असंख्येय-गुणा हैं। इसी प्रकार | ३ | यावत् ? (एक) | हैं.....? पृच्छा । | २ गौतम! ओघादेश २ | अपेक्षा से जघन्यतः १ का सैज ३ | गौतम! अन्तर द्वि-प्रदेशी स्कंध.....? पृच्छा। गौतम! ओघादेश " , २ ६ पर्यव वर्ण पर्यवों की अपेक्षा जैसे वर्ण , पर्यों की भांति पर्यवों की अपेक्षा (भ. २५/१९० में) (उक्त है), वैसे २ गौतम! स-अर्ध गौतम! ((एक) परमाणु-पुद्गल) सन अर्ध १९४१ |स्कंध....? पृच्छा। स्कन्ध–पृच्छा। २ गौतम! स-अर्घ गौतम! ((एक) द्विप्रदेशिक स्कन्ध) स-अर्ध १ स्कन्ध.....? पृच्छा। स्कन्ध-पृच्छा। | २ | गौतम! स्यात् गौतम! ((एक) संख्येयप्रदेशिक स्कन्ध) स्यात् १९६| २ | गौतम! स-अर्थ गौतम ! ((अनेक) परमाणु-पुद्गल) स-अर्घ | २ गौतम! स्यात् गौतम! ((एक) परमाणु-पुद्गल) स्यात् | २ | गौतम! सैज गौतम! ((अनेक) परमाणु-पुद्गल) |सैज २ गौतम! जघन्यतः गौतम! ((एक) परमाणु-पुद्गल काल की दृष्टि से सैज) जघन्यतः | २ | आवलिका का असंख्यातवां भाग। आवलिका-के-असंख्यातवें-भाग (तक रहता है)। २ (एक) ((एक) २ से जघन्यतः से (निरेज) जघन्यतः ३ | काल। इसी काल (तक रहता है)। इसी | २ गौतम! सर्वकाल। गौतम ! ((अनेक) परमाणु-पुद्गल काल की दृष्टि से सैज) सर्वकाल (रहता | १ | परमाणु-पुद्गलों की ३ | गौतम! अन्तर गौतम ! ((अनेक) परमाणु-पुद्गल) ओघादेश (अनेक) द्विप्रदेशिक स्कन्ध-पृच्छा। गौतम! ((अनेक) द्विप्रदेशिक स्कन्ध) ओघादेश स्कन्ध-पृच्छा। गौतम! ((अनेक) त्रिप्रदेशिक स्कन्ध) ओघादेश स्कन्ध-पृच्छा। गौतम ! ((अनेक) चतुःप्रदेशिक स्कन्ध) ओघादेश है-पृच्छा। गौतम ! ((एक) परमाणु-पुद्गल) स्कन्ध.....? पृच्छा। गौतम! ओघादेश स्कन्ध.....? पृच्छा। | गौतम! ओघादेश १०,११ असंख्येय-गुणा हैं। इसी प्रकार ११ वक्तव्यता । केवल इतना ३.१४ शेष पूर्ववत्। द्रव्य की प्रदेश की अपेक्षा- १९ | गुणा है। १ है? या निरेज है? २ गौतम ! देशतः १ स्कन्ध.....? पृच्छा। २ गौतम! स्यात् १ है......? पृच्छा । गौतम! १ | हैं......? पृच्छा । | २ गौतम! ओघादेश वक्तव्यता, इतना शेष पूर्ववत् । द्रव्य और प्रदेश की अपेक्षा गुणा हैं। है? निरेज है? गौतम ! ((एक परमाणु-पुद्गल) देशतः स्कन्ध-पृच्छा। गौतम! ((एक) द्विप्रदेशिक स्कन्ध) स्यात् हैं? निरेज हैं? गौतम ! ((अनेक) परमाणु-पुद्गल) ओघादेश हे पृच्छा। २ |है......? पृच्छा। १ हैं? या निरेज हैं?

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