Book Title: Bhagwati Sutra Part 02
Author(s): Kanakprabhashreeji, Mahendrakumar Muni, Dhananjaykumar Muni
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 577
________________ पष्ठा सूत्र पृष्ठ सूत्र पंक्ति अशुद्ध ८८४ | २२ | ११ |-योगी की ११-१२ अयोगी की .. | १२ | अनाकारोपयुक्त की २ गौतम ! नैरयिक-आयु -योगी अयोगी अनाकारोपयुक्त गौतम ! (क्रियावादी नैरयिक) नैरयिक आय के वेदन पंक्ति अशुद्ध ४ वक्तव्यता, वैसे ही (वक्तव्यता) (भ. २९/२) वैसे ही | नैरयिकों की (नैरयिकों की) -जीवों -जीव | वैमानिकों की जिसमें वैमानिकों की (वक्तव्यता), जिसमें जीव से जीव (समुच्चय) से वैमानिक-पर्यवसान है। वैमानिक-पर्यन्त। किया था.....? पृच्छा। किया था पृच्छा । (भ. २९/१) ३ अनन्तर-उपपन्न कुछ नैरयिकों ने कुछ (अनन्तर- उपपत्रक-नैरयिकों) ने ४ कुछ नैरयिकों ने कुछ (अनन्तर-उपपत्रक-नैरयिकों) ने १ कुछ नैरयिकों ने कुछ (अनन्तर-उपपत्रक-नैरयिकों) ने | कुछ नैरयिक सम कुछ (अनन्तर-उपपत्रक-नैरयिक) सम था। जो था। इनमें जो (के वेदन २ किया था......? किया था) भ. २९/१).? | ३ | पूर्ववत् वक्तव्यता, यावत् अनाका- | पूर्ववत् (वक्तव्य है), इस प्रकार यावत् | रोपयुक्त-जीवों की वक्तव्य हैं। अनाकारोपयुक्त-अनन्तर-उपपत्रक नैरयिक-जीव (वक्तव्य हैं)। ४ असुरकुमारों की असुरकुमार साथ भी। साथ भी दण्डक (वक्तव्य है)। १ में जो उद्देशकों की परिपाटी में उद्देशकों की जो परिपाटी | उद्देशक। उद्देशक तक। चार चारों शतक ३० १ |....? पृच्छा । -पृच्छा। २ लेश्या-युक्त-जीव (लेश्या-युक्त-जीव) | २ भी है तीनों बार जीव लेश्या-रहित-जीव | (लेश्या-रहित-जीव) कृष्णपाक्षिक-जीव (कृष्णपाक्षिक-जीव) शुक्लापाक्षिक-जीवों की शुक्लपाक्षिक-जीव सम्यग्-दृष्टि-जीवों की सम्यग्-दृष्टि-जीव मिथ्या-दृष्टि जीवों की | मिथ्या-दृष्टि-जीव सम्यग्-मिथ्या-दृष्टि वाले जीव (सम्यग्-मिध्या-दृष्टि वाले जीव) केवलज्ञानी की केवलज्ञानी ४ विभंग-ज्ञानी की विभंगज्ञानी ६ -उपुयक्त-जीव की उपयुक्त-जीव |-वेदक-जीव की वेदक-जीव अवदेक की अवेदक कषाय-युक्त की कषाय-युक्त ९ -रहित -जीवों की । लेश्या- -रहित-जीव लेश्या १० सयोग यावत् काय-योगी-जीवों की सयोगी यावत् काय-योगि-जीव ६ | ११ अयोगी-जीवों की | अयोगि-जीव सूत्र पंक्ति अशुद्ध शुद्ध ६ | १२ |-अनाकारोपयुक्त जीवों की अनाकारोपयुक्त-जीव ७.९ | १ | हैं.......? पृच्छा २ नैरयिक जीव (नैरपिक-जीव) २ नैरयिक-जीवों को नैरपिक-जीव ५ नैरथिकों की वक्तव्यता नैरयिक (उक्त हैं)। स्तनितकुमारों स्तनितकुमार २ | पृथ्वीकायिक-जीव (पृथ्वीकायिक-जीव) -जीवों की -जीव | पञ्चेन्द्रिय की पञ्चेन्द्रिय ७-८ मनुष्यों की मनुष्य वक्तव्य। (वक्तव्य हैं)। ९ में असुरकुमारों असुरकुमारों ३ | क्रियावादी जीव (क्रियावादी जीव) | १ | वे देव वे क्रियावादी देव | ३ | वे भवनवासी वे जीव भवनवासी १२ २ | हैं.......? पृच्छा | ३ |हे, यावत् | ३ | अक्रियावादी जीव (अक्रियावादी जीव) |....? पृच्छा। | लेश्या-युक्त- क्रियावादी-जीव (लेश्या-युक्त-क्रियावादी-जीव) करते, इसी करते........इस कृष्ण-लेश्या वाले क्रियावादी-जीव (कृष्ण-लेश्या वाले क्रियावादी जीव) जीवों जीव | तेजो-लेश्या वाले क्रियावादी-जीव (तेजो-लेश्या वाले क्रियावादी जीव) पूर्ववत् वक्तव्यता। (भ. ३०/११) पूर्ववत् (भ. ३०/११) (वक्तव्य हैं)। तेजो-लेश्या वाले अक्रियावादी-जीव (तेजो-लेश्या वाले अक्रियावादी-जीव | वनयिकवादी-जीवों वैनथिकवादी-जीव अक्रियावादी-जीवों अक्रियावादी-जीव | लेश्या-रहित क्रियावादी-जीव (लेश्या-रहित-क्रियावादी जीव) कृष्णपाक्षिक-अक्रियावादी-जीव (कृष्णपाक्षिक-अक्रियावादी जीव) १९ | ३ सम्यग्-दृष्टि-क्रियावादी-जीव (सम्यग्-दृष्टि-क्रियावादी जीव) | ५ | मिथ्या-दृष्टि की मिध्या-दृष्टि (-क्रियावादी जीव) २ गौतम ! नैरयिक-आयु गौतम ! (अक्रियावादी नैरयिक) |नैरयिक-आयु १ में.....पृच्छा २ अक्रियावादी-पृथ्वीकायिक-जीव (अक्रियावादी पृथ्वीकायिक-जीव) ४ वक्व्य वक्तव्य ७ वक्तव्यता है। तेजस्कायिक और (वक्तव्यता है।) तेजस्कायिक- और वायुकायिक जीव वायुकायिक-जीव ३ क्रियावादी-पञ्चेन्द्रिय-तिर्यग्योनिक- (क्रियावादी पञ्चेन्द्रिय-तिर्यग्योनिक|-जीव -जीव) |-जीवों -जीव ७ -जीवों के विषय में ३ कृष्ण-लेश्या वाले क्रियावादी (कृष्ण-लेश्या वाले क्रियावादी पञ्चेन्द्रिय-तिर्यग्योनिक जीव पञ्चेन्द्रिय-तिर्यग्योनिक-जीव) | ५ अक्रियावादी, अज्ञानिकवादी, और (कृष्ण-लेश्या वाले) अक्रियावादी, वनयिकवादी जीव अज्ञानिकवादी और वैनयिकवादी (पञ्चेन्द्रिय-तिर्यग्योनिक-) जीव |६,७ जीवों के विषय में (पञ्चेन्द्रिय-तिर्यग्योनिक-) जीव | ७ बताया गया है बताए गए हैं २९.१२, पञ्चेन्द्रिय-तिर्यग्योनिक-जीव (पञ्चेन्द्रिय-तिर्यग्योनिक-जीव) हैं यावत् -_n fun Gawal ६०,१४-पञ्चेन्द्रिय-तिर्यग्योनिक-जीव (-पञ्चेन्द्रिय-तिर्यगयोनिक-जीव) १५ २१-२१ १/२ |....? पृच्छा । | २ | मनःपर्यव-ज्ञानी-जीव १ यदि वे देव ३ | वे भवनवासी ५ | केवल-ज्ञानी की ६ |-अज्ञानी की नपुंसक-वेदक की | अवेदक की ९-१०|-सहित की | १० |-रहित की (मनःपर्यव ज्ञानि-जीव) यदि वे (मनःपर्यव-ज्ञानि-जीव) देव | वे (मनःपर्यव-ज्ञानि-जीव) भक्सवासीकेवलज्ञानी -अज्ञानी नपुंसक-वेदक अवेदक -सहित |-रहित समवसरणों में समवसरणों वैनयिकवादी) वैनयिकवादी) में | १८ के विषय में जानना चाहिए (वक्तव्य हैं)। १९,२० अज्ञानिकवादी एवं वैनयिकवादी) सम्यग्-मिथ्या-दृष्टि (-पञ्चेन्द्रियनैरयिक जीवों की भांति सम्यग्- तिर्यग्योनिक-जीव) अज्ञानिकवादी एवं -मिथ्या-दृष्टि-पञ्चेन्द्रिय-तिर्यग्- वैनयिकवादी) नैरयिक जीवों की भांति योनिक-जीव २९ | २१ (समुच्चय) यावत् (समुच्चय)- यावत् |तक सम्यग-दृष्टि सम्यग-दृष्टि २९ २२,२४-पज्वेन्द्रिय-तिर्यग्योनिक-जीवों (-पज्वेन्द्रिय-तिर्यगयोनिक-जीवों) २९ २३,२५/-पञ्चेन्द्रिय-तिर्यग्योनिक-जीवों तक (-पञ्चेन्द्रिय-तिर्यग्योनिक-जीव) २९१५-२६ पञ्चेन्द्रिय-तिर्यग्योनिक-जीवों के (पञ्चेन्द्रिय-तिर्यग्योनिक-जीव) विषय में बताया गया २९ | २८ नो-संज्ञोपयुक्त-मनुष्यों के विषय में नोसंज्ञोपयुक्त-मनुष्य | २९ -जीवों के विषय में बताया -जीव बताए गए

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