Book Title: Bhagwati Sutra Part 02
Author(s): Kanakprabhashreeji, Mahendrakumar Muni, Dhananjaykumar Muni
Publisher: Jain Vishva Bharati
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भगवती सूत्र
श. २५ : उ. ६ : सू. ३६९-३७९ गौतम! कषाय-सहित होता ह, कषाय-रहित नहीं होता। ३७०. यदि कषाय-सहित होता है तो कितने कषायों से युक्त होता है? गौतम! चार अथवा तीन अथवा दो अथवा एक कषाय से युक्त होता है। चार कषाय से युक्त होता है तो वह संज्वलन-क्रोध, संज्वलन-मान, संज्वलन-माया और संज्वलन-लोभ से युक्त होता है। तीन कषायों से युक्त होता है तो वह संज्वलन-मान, संज्वलन-माया और संज्वलन-लोभ से युक्त होता है। दो कषायों से युक्त होता है तो वह संज्वलन-माया और संज्वलन-लोभ से युक्त होता है। एक कषाय से युक्त होता है तो वह संज्वलन-लोभ से युक्त होता है। ३७१. निर्ग्रन्थ .........? पृच्छा (भ. २५/३६७)।
गौतम! निर्ग्रन्थ कषाय-सहित नहीं होता, कषाय-रहित होता है। ३७२. यदि कषाय-रहित होता है तो क्या वह उपशान्त-कषाय वाला होता है? क्षीण-कषाय वाला होता है? गौतम! उपशान्त-कषाय वाला होता है अथवा क्षीण-कषाय वाला होता है। स्नातक के विषय में भी प्रश्न पूर्ववत् किन्तु इतना विशेष है-वह उपशांत-कषाय वाला नहीं होता, क्षीण-कषाय वाला होता है। लेश्या-पद ३७३. भन्ते! क्या पुलाक लेश्या-युक्त होता है? लेश्या-मुक्त होता है?
गौतम! लेश्या-युक्त होता है, लेश्या-मुक्त नहीं होता। ३७४. यदि लेश्या-युक्त होता है तो भन्ते। वह कितनी लेश्याओं से युक्त होता है? गौतम! तीन विशुद्ध लेश्याओं से युक्त होता है, जैसे-तैजस-लेश्या वाला, पद्म-लेश्या वाला और शुक्ल-लेश्या वाला। इसी प्रकार बकुश की भी, इसी प्रकार प्रतिषेवणा-कुशील
की भी वक्तव्यता। ३७५. कषाय-कुशील...........? पृच्छा (भ. २५/३७३)।
गौतम! लेश्या-युक्त होता है, लेश्या-मुक्त नहीं होता। ३७६. यदि लेश्या-युक्त होता है तो भन्ते! वह कितनी लेश्याओं से युक्त होता है? गौतम! छह लेश्याओं से युक्त होता है, जैसे-कृष्ण-लेश्या वाला यावत् शुक्ल-लेश्या वाला। ३७७. भन्ते! निर्ग्रन्थ .........? पृच्छा (भ. २५/३७३)।
गौतम! लेश्या युक्त होता है, लेश्या-मुक्त नहीं होता। ३७८. यदि लेश्या-युक्त होता है तो भन्ते! वह कितनी लेश्याओं से युक्त होता है?
गौतम! एक शुक्ल लेश्या वाला होता है। ३७९. स्नातक...........? पृच्छा (भ. २५/३७३)।