________________
( १० )
का खयाल करके महाराजा प्रतापसिंह का चित्त वहां जाने के लिये उत्कंठित हो गया । कई दिनों के बाद उसी उत्कण्ठा से प्रेरित हो देश दर्शन के बहाने अपनी अंग रक्षक सेना को तैयार होने की आज्ञा दी । बात की बात में सारी सामग्री जुट गई । भारी उत्साह के साथ अपने सामन्तों के व योग्य मंत्रियों के साथ दीपशिखा की दिशा में महाराजा ने प्रस्थान कर दिया ।