Book Title: Bhadrabahu Sanhita Part 1
Author(s): Bhadrabahuswami, Kunthusagar Maharaj
Publisher: Digambar Jain Kunthu Vijay Granthamala Samiti
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विषयानुक्रम
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स्निग्ध वर्ण की सन्ध्या का फल तत्काल वर्षा-सूचक सन्ध्या सन्ध्या में सूर्य-परिवेष का फल सध्या में सूर्य के मण्डलों का फल सरोवर, तालाब, प्रतिमा, कूप, कुम्भ आदि सदृश स्निग्ध सन्ध्या का फल राजभय-उत्पादक सन्ध्या सन्ध्याकाल में बादलों की आकृति का फल सन्ध्या-काल में विद्य त-दर्शन का फल
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विवेचन
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आठवां अध्याय मेघों के भेद वर्षा के कारक मेघ अच्छी वर्षा के सूचक मेघ युद्ध और सन्धि के सूचक मेघ युद्ध की सफलता और असफलता की सूचना देनेवाले मेघ विभिन्न आकृतिवाले मेघों का फलादेश तिथि-नक्षत्र, मुहूर्त आदि के अनुसार मेघ-फल कुवर्ण, वाटु क रस और दुर्गन्ध वाले मेघों का फल अन्य प्रकार मे शुभ-अशुभ सूचक मेघ विवेचन नौवां अध्याय वायु के भेद वायु द्वारा वर्षण, भय, क्षेम आदि बलवती वायु दिशा के अनुसार बायू का कथन
आषाढी पूर्णिमा के दिन विभिन्न दिशाओं की वायु के फलादेश दिशाओं एवं विदिनाओं की वायु का संक्षिप्त फल परस्पर घात कर वहने वाली वायुओं का फल सन्य-अपसव्य वायूओं का फल प्रदक्षिणा करती हुई बहने वाली वायु का फल मध्याह्न और अर्धसयिका वायु प्रवाह का फल राजा के प्रयाग के समय प्रतिलोम और अनुलोम बायुओं का फला अशुभ वायु का फल
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