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अधिकारः ६ ]
समयसारः ।
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यतो हि सकलेनापि कर्मणा कर्मणि ज्ञानस्याप्रकाशनात् ज्ञानस्यानुपलंभः । केवलेन ज्ञाने ज्ञान व ज्ञानस्य प्रकाशनाद् ज्ञानस्योपलंभः । ततो बहवोऽपि बहुनापि कर्मणा ज्ञानशून्या नेदमुपलभंते । इदमनुपलभमानाश्च कर्मभिर्विप्रमुच्यते ततः कर्ममोक्षार्थिना केवलज्ञानावष्टंभेन नियतमेवेदमेकं पदमुपलंभनीयं ॥ " पदमिदं ननु कर्मदुरासदं सहजबोधकलासुलभं किल । तत इदं निजबोधकलाबलात्कलयितुं यततां सततं जगत् ॥१४३॥” ॥ २०५ ॥
दरिदो णिचं संतुट्ठो होहि णिच्चमेदमि । एदेण होहि तित्तो होहदि तुह उत्तमं सोक्खं ॥ २०६ ॥ एतस्मिन् रतो नित्यं संतुष्टो भव नित्यमेतस्मिन् ।
एतेन भव तृप्तो भविष्यति तवोत्तमं सौख्यं ॥ २०६
एतावानेव सत्य आत्मा यावदेतज्ज्ञानमिति निश्चित्य ज्ञानमात्र एव नित्यमेव रतिमुपैतु पदं बहुवि ण लहंति निर्विकारपरमात्मतत्त्वोपलब्धिलक्षणज्ञानगुणेन विहीनाः रहिताः पुरुषाः बहवोऽपि शुद्धात्मोपादेयसंवित्तिरहितं दुर्धरकायक्लेशादितपश्चरणं कुर्वाणा अपि मत्यादि - पंचज्ञानाभेदरूपं साक्षान्मोक्षकारणं स्वसंवेद्यं शुद्धात्मसंवित्तिविलक्षणमिदं पदं न लभंते । तं गिन्ह सुपदमेदं जदि इच्छसि कम्मपरिमोक्खं हे भव्य तत्पदं गृहाण यदीच्छसि कर्मपरिमोक्षमिति ॥ २०५ ॥ अथात्मसुखे संतोषं दर्शयति एदमि
ज्ञानकर ही ज्ञानका पाना होता है इसकारणं ज्ञानकर शून्य बहुत प्राणी बहुत तरह के कर्मोंके करनेसे भी इस ज्ञानके पदको नहीं पाते और इस पदके न पानेसे ही कम से नहीं छूटते । इसलिये जो कर्मोंका मोक्ष करना चाहता है उसको तो केवल एक ज्ञानके अवलंबनकर निश्चित इसी एक पदको प्राप्त होना चाहिये || भावार्थ - ज्ञानसे ही मोक्ष होती है कर्मसे नहीं है । इसलिये मोक्षार्थीको ज्ञानका ही ध्यान करना चाहिये यह उपदेश है || अब इस अर्थका कलशरूप काव्य कहते हैं - पदमिदं इत्यादि । अर्थ- - यह ज्ञानमयपद कर्मकरनेसे तो दुष्प्राप्य है और स्वाभाविक ज्ञानकी कलासे सुलभ है यह प्रगट निश्चयसे जाने | इसलिये अपने निजज्ञानकी कलाके बलसे इस ज्ञानके अभ्यास करनेको सब जगत् अभ्यासका यत्न करो ॥ भावार्थ-सकल कमको छुड़ाके ज्ञानके अभ्यास करनेका उपदेश किया है । और ज्ञानकी कला कहने से ऐसा सूचित होता है कि जबतक पूर्णकला प्रगट न हो तबतक ज्ञान है वह हीन कलास्वरूप है मतिज्ञानादिरूप है । उस ज्ञानकी कलाके अभ्याससे पूर्णकला जो केवलज्ञानस्वरूप कला वह प्रगट होती है । २०५ ॥
आगे फिर इसी उपदेशको प्रगटकर ( विशेषकर ) कहते है ;
भव्य जीव ! तू