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अधिकारः ९] समयसारः।
१९३ ज्ञासिषं मनसा च कायेन च तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति १६ यदहमकार्ष यदचीकर वाचा च कायेन च तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति १७ यदहमकाएं यत्कुर्वतमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं वाचा च कायेन च तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति १८ यदहमचीकरं यत्कुर्वतमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं वाचा च कायेन च तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति १९ यदहमकार्ष यदचीकरं मनसा च तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति २० यदहमकार्ष यत्कुर्वतमप्यन्यं समन्वज्ञासिषं मनसा च तन्मिथ्या मे दुष्कृतमिति २१ यदहमचीकरं यत्कुर्वतमप्यन्यं
इति चेत्, कृतं कारितमनुमितमिति प्रत्येकं भंगत्रयं भवति । कृतकारितद्वयं कृतानुमतद्वयं कारितानुमतद्वयमिति द्विसंयोगेन च भंगत्रयं जातं । कृतकारितानुमतत्रयमिति संयोगेनैको भंग इति सप्तभंगी। तथैव मनसा वाचा कायेनेति प्रत्येकभंगत्रयं भवति । मनोवचनद्वयं मनःकायद्वयं
और अन्य करते हुएको भला जाना मनकर कायकर वह मेरा पापकर्म मिथ्या हो । ऐसा सोलवां भंग है । इसमें कारित अनुमोदना लिया, मन काय लगा इसलिये बाई. सकी समस्यासे बाईसका भंग नाम है । १६ । २२ । जो पापकर्म मैंने अतीतकालमें किया और अन्यको प्रेरकर कराया वचनकर कायकर वह मेरा पापकर्म मिथ्या हो । यह सत्रहवां भंग है। इसमें कृतकारित लिया वचनकाय लगा इसलिये बाईसकी समस्यासे बाईसका भंग कहना। १७ । २२ । जो पापकर्म मैंने अतीतकालमें किया और अन्य करते हुएको भला जाना वचनकर कायकर वह पापकर्म मेरा मिथ्या हो । यह अठारवां भंग है । इसमें कृत अनुमोदना लिया वचन काय लगे इसलिये बाईसकी समस्यासे बाईसका भंग कहना । १८ । २२ । जो पापकर्म अतीतकालमें अन्यको प्रेरकर मैंने कराया और अन्य करते हुएको भला जाना वचनकर कायकर वह पापकर्म मेरा मिथ्या हो। यह उनईसवां भंग है । इसमें कारित अनुमोदना ये दो लिये और वचन काय लगा इसलिये बाईसकी समस्यासे बाईसका भंग कहा जाता है । १९ । २२ । इसतरह बाईसकी समस्याके नौ भंग हुए । जो मैंने पापकर्म अतीतकालमें किया और अन्यको प्रेरकर कराया एक मनसे ही वह पापकर्म मेरा मिथ्या हो । यह वीसवां भंग है। इसमें कृतकारित दो लिये और एक मन ही लगा इसलिये दूआ एकासे इकईसकी समस्यासे इकईसका भंग कहना । २० । २१ । जो पापकर्म मैंने अतीतकालमें किया और अन्य करते हुएको भला जाना मनकर वह पापकर्म मेरा मिथ्या हो । यह इकईसवां भंग है । इसमें कृत अनुमोदना ये दो लिये एक मन लगा इसलिये इकईसकी समस्यासे इकईसका भंग कहना । २१ । २१ । जो पापकर्म मैंने अतीतकाल में किया और अन्यको प्रेरकर कराया तथा करते हुए अन्यको भला जाना मनकर वह मेरा पापकर्म मिथ्या