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अधिकारः ९)
समयसारः। समनुजानामि मनसा च वाचा च कायेन चेति ३१ न करोमि मनसा च वाचा चेति ३२ न कारयामि मनसा च वाचा चेति ३३ न कुर्वतमप्यन्यं समनुजानामि मनसा च वाचा चेति ३४ न करोमि मनसा च कायेन चेति ३५ न कारयामि मनसा च कायेन चेति ३६ न कुर्वतमप्यन्यं समनुजानामि मनसा च कायेन चेति ३७ न करोमि वाचा च कायेन चेति ३८ न कारयामि वाचा च कायेन चेति ३९ न कुर्वतमप्यन्यं समनुजानामि वाचा च कायेन चेति ४० न करोमि मनसा चेति ४१ न
मतिज्ञानावरणीयकर्मफलं भुंजे । तर्हि किं करोमि ? शुद्धचैतन्यस्वभावमात्मानमेव संचेतये सम्यगनुभवे इत्यर्थः । नाहं श्रुतज्ञानावरणीयकर्मफलं मुंजे । तर्हि किं करोमि ? शुद्धचैतन्यस्वभाव
गाये इसलिये तेरहकी समस्या हुई। ३१ । १३ । ऐसे तेरहकी समस्याके तीन भंग हुए ॥ वर्तमान कर्मको मैं नहीं करता मनकर वचनकर । ऐसा बत्तीसका भंग है । इसमें एक कृतपर मन वचन ये दो लगाये इसलिये बाहरकी समस्या हुई । ३२ । १२ । वर्तमान कर्मको अन्यको प्रेर मैं नहीं कराता मनकर वचनकर । ऐसा तेतीसवां भंग है । इसमें एक कारित मर मन वचनं दो लगाये इसलिये बारहकी समस्या हुई। ३३ । १२ । वर्तमान कर्मको अन्य करते हुएको मैं भला नहीं जानता मनकर वचनकर ऐसा चौंतीसवां भंग है । इसमें एक अनुमोदनापर मन वचन ये दो लगाये इसलिये बारहकी समस्या हुई। ३४ । १२ । वर्तमान कर्मको मैं नहीं करता मनकर कायकर ऐसा पैंतीसवां भंग है । इसमें कृत एक पर मन काय ये दो लगाये इसलिये बारहकी समस्या हुई। ३५ । १२ । वर्तमान कर्मको मैं अन्यको प्रेरकर नहीं कराता मनकर कायकर ऐसा छतीसवां भंग है । इसमें कारित एकपर मन काय ये दो लगाये इसलिये बारहकी समस्या हुई । ३६ । १२ । वर्तमान कर्मको मैं अन्यको करते हुएको भला नहीं जानता मनकर कायकर, ऐसा सैंतीसवां भंग है। इसमें अनुमोदना एक पर मन काय ये दो लगाये इसलिये बारहकी समस्या हुई। ३७ । १२ । वर्तमान कर्मको मैं नहीं करता वचनकर कायकर ऐसा अड़तीसवां भंग है । इसमें एक कृत पर वचन काय लगाये इसलिये बारहकी समस्या हुई। ३८ । १२ । वर्तमान कर्मको मैं अन्यको प्रेरकर नहीं कराता वचनकर कायकर, ऐसा उनतालीसवां भंग है। इसमें एक कारित पर वचन काय ये दो लगाये इसलिये बारहकी समस्या हुई । ३९ । १२ । वर्तमान कर्मको मैं अन्य करते हुएको भला नहीं जानता वचनकर कायकर, ऐसा चालीसवां भंग है । इसमें एक अनुमोदनापर वचन काय ये दो लगाये इसलिये बारहकी ससस्या हुई । ४० । १२ । ऐसे बाहरके नौ भंग हुए ॥ वर्तमान कर्मको मैं नहीं करता मनकर, ऐसा इकतालीसवां