Book Title: Swatantrata ke Sutra Mokshshastra Tattvartha Sutra
Author(s): Kanaknandi Acharya
Publisher: Dharmdarshan Vigyan Shodh Prakashan
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22सागरोपमा or सागर Simply in the 6th enie. 33सागरोपमा or सागर Simply in the 7ih arth. उन नरकों में जीवों की उत्कृष्ट स्थिति क्रम से एक, तीन, सात, दस, सत्रह, बाईस और तैंतीस सागर हैं।
रत्नप्रभा में एक सांगर उत्कृष्ट स्थिति है। शर्कराप्रभा में तीन सागर उत्कृष्ट स्थिति है। बालुकाप्रभा में सात सागर उत्कृष्ट स्थिति है। पंकप्रभा में दस सागर उत्कृष्ट स्थिति है। धूमप्रभा में सत्रह सागर उत्कृष्ट स्थिति है। तमः प्रभा में बाईस सागर उत्कृष्ट स्थिति है। और महातमः प्रभा में तैंतीस सागर उत्कृष्ट स्थिति है।
. द्वीप समुद्र के नाम जम्बूद्वीपलवणोदादयः शुभनामानोद्वीपसमुद्राः। (7) Jambudvipa Continent, Lavana samudra ocean etc. are the continents and oceans being pleasant names. जम्बूद्वीप आदि शुभ नाम वाले द्वीप और लवणोद आदि शुभ नाम वाले समुद्र हैं।
इस अध्याय में प्रथम सूत्र से लेकर छठे सूत्र तक अधोलोक में वास करने वाले नारकियों का वर्णन हुआ। इस सूत्र को आदि करके आगे के सूत्रों में मध्यलोक एवम् मध्यलोक के समुद्र, पर्वत और उसमें निवास करने वाले '. मनुष्यों और तिर्यंचों का वर्णन है। एक रज्जू व्यास वाले मध्यलोक में शुभ
नाम वाले असंख्यात द्वीप एवं समुद्र हैं। आधुनिक विज्ञान में वर्णित पृथ्वी .. से यह मध्यलोक अत्यंत विस्तृत एवं विशाल है। इसकी विशेष जानकारी के लिए मेरे (कनकनंदी) द्वारा रचित “विश्व विज्ञान रहस्य" का अध्ययन करें।
इस मध्यलोक में जो पहला द्वीप है उसका नाम "जम्बूद्वीप" है। इस प्रथम द्वीप में अति विशाल पृथ्वीकायिक अकृत्रिम जम्बू वृक्ष है इस कारण इसका नाम जम्बूद्वीप पड़ा। अथवा जम्बूद्वीप यह नाम अनादि काल से प्रचलित है। लवणरस वाले पानी से संयुक्त होने से पहले समुद्र का नाम लवण समुद्र है। इस लोक में जो असंख्यात द्वीप, समुद्र हैं उनके कुछ नाम क्रम से यहाँ
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